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नोएडा प्राधिकरण के गेट पर किसानों और पुलिस के बीच हुई हाथापाई - किसानों की पुलिसकर्मियों से हाथापाई

अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के गेट पर ताला लगाने का प्रयास किया. इस बीच किसानों की पुलिसकर्मियों से हाथापाई हो गई, जिसमें पुलिसकर्मियों की वर्दी फटने की बात भी सामने आई है.

नोएडा प्राधिकरण के गेट पर किसानों और पुलिस के बीच हुई हाथापाई
नोएडा प्राधिकरण के गेट पर किसानों और पुलिस के बीच हुई हाथापाई

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Published : Oct 11, 2021, 11:04 PM IST

नोएडा: अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नोएडा में सोमवार को किसानों ने धरना प्रदर्शन किया. इस बीच नोएडा के सेक्टर पांच से सेक्टर-6 के बीच पुलिस और किसानों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें पुलिस द्वारा लगाए गए सभी बैरियर को तोड़कर किसान नोएडा प्राधिकरण के गेट पर ताला लगाने पहुंच गए.

पुलिस का आरोप है कि किसानों के साथ हुई धक्का-मुक्की में कई पुलिसकर्मियों की वर्दी फट गई, जिसमें कई अधिकारी भी शामिल हैं. इस मामले में नोएडा प्राधिकरण की ओर से बताया जा रहा है कि थाने में किसानों के खिलाफ तहरीर दी गई है. जिसके आधार पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.

किसानों और पुलिस के बीच हुई हाथापाई
नोएडा के सेक्टर पांच स्थित हरोला कम्युनिटी सेंटर में अपनी मांगों को लेकर किसान पिछले 40 दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. आज किसान अचानक भड़क गए और बड़ी संख्या में महिलाओं को लेकर सामुदायिक केंद्र से बाहर निकल आए. नारेबाजी करते हुए किसान नोएडा सेक्टर छह स्थित प्राधिकरण पहुंच गए. कई जगहों पर पुलिस की तरफ से बेरिकेडिंग की गई थी, जिसे किसानों ने हटा दिया और प्राधिकरण के गेट पर पहुंच गए और ताला लगाने का प्रयास किया, जिसे पुलिस द्वारा बल प्रयोग करके रोक दिया गया.

बता दें कि किसान बीते कई दिनों से अपनी तीन मुख्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं-

1- नक्शा नीति खत्म की जाए.

2- 10 प्रतिशत मुआवजा मिले.

3- 64 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा भी उन्हें दिया जाए.

किसानों का कहना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.

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किसानों के इस उग्र प्रदर्शन को लेकर अपर डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने कहा कि किसान अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए जिस तरह का रास्ता अपना रहे हैं, वह पूरी तरह गलत है. किसी भी प्रकार से अपनी बात को मनवाने के लिए किसान कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकते.

आज जिस तरह से किसानों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर उनकी वर्दी फाड़ने का काम किया है. इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस तरह का काम करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, किसानों में कुछ ऐसे भी बदमाश शामिल हैं, जिनकी पहचान की जाएगी, जो अपने निजी स्वार्थ के चलते इस तरह की हरकतों को अंजाम देने का काम कर रहे हैं.

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