जबलपुर (मध्य प्रदेश):मोबाइल ऐप के जरिए करीब 55000 रुपये की हुई धोखाधड़ी के मामले में जांच करने नोएडा गई जबलपुर साइबर सेल में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक को आरोपी से रिश्वत मांगने और फिर विवाद करने को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई है. नोएडा कमिश्नर की शिकायत पर जबलपुर साइबर सेल के एडीजी ने तीनों को निलंबित कर दिया है.
इस मामले की जांच करने गए थे सायबर सेल के पुलिसकर्मी नोएडा
दर्शल रोजी बे ऐप के माध्यम से जबलपुर में रहने वाले एक युवक के साथ 55 हजार रुपये की ठगी की गई थी. इस मामले की जांच करने 17 दिसंबर को जबलपुर से सब इंस्पेक्टर पंकज साहू, सब इंस्पेक्टर राशिद परवेज खान, आरक्षक आसिफ और विजय नोएडा गए हुए थे. 18 तारीख को आरोपी के खातों को सीज न करने के लिए उन्होंने रिश्वत की मांग की. इस दौरान सायबर सेल में पदस्थ पुलिसकर्मियों का आरोपी और उसके साथियों से विवाद हो गया. विवाद के दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हुई और पुलिसकर्मियों की दो पिस्टल भी छीन ली गई. जिसकी शिकायत नोएडा के गौतम बुद्ध नगर थाने में करवाई गई.
नोएडा पुलिस की जांच में हुआ खुलासा
पुलिसकर्मियों की पिस्टल छीनने के मामले की नोएडा पुलिस ने जब जांच शुरू की तो परत दर परत खुलासे होने लगे. जांच में पाया गया कि पंकज, राशिद और आसिफ ने आरोपी सूर्यभान से मामले को उसके पक्ष में करने के लिए रिश्वत की मांग की थी. इसको लेकर विवाद हुआ और उन्होंने मारपीट करते हुए उनकी पिस्टल छीन ली. हालांकि आरक्षक विजय इस मारपीट और रिश्वत कांड से दूर रहा.
नोएडा कमिश्नर की शिकायत पर एडीजी ने किया निलबिंत
रिश्वत को लेकर हुई मारपीट और पिस्टल छीनने की घटना को नोएडा कमिश्नर ने मध्यप्रदेश सायबर सेल एडीजी साई मनोहर को बताई. एडीजी ने भी माना कि पकंज-आसिफ और राशिद की गलती है. लिहाजा तीनों को निलंबित कर दिया गया. वहीं इस मामले की साइबर सेल पुलिस अब फिर से नोएडा जाकर जांच भी करेगी.
20 लाख रुपये की मांगी थी पुलिसकर्मियों ने रिश्वत
जानकारी के मुताबिक, सब इंस्पेक्टर पंकज साहू, सब इंस्पेक्टर राशिद ने आरोपी सूर्यभान से मामले को उनके पक्ष में करने के लिए 20 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी. इसी रकम को लेकर सूर्यभान से इनका विवाद हुआ था. फिलहाल अभी तीनों ही निलंबित पुलिसकर्मी को जुडिशल रिमांड में भेज दिया गया है. वहीं जल्द ही एक टीम नोएडा जाने की तैयारी कर रही है.