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Published : Feb 3, 2021, 7:36 PM IST

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महिला आयोग की सदस्य ने की महिला उत्पीड़न मामलों की समीक्षा

यूपी के फिरोजाबाद में उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्य ने महिला उत्पीड़न से जुड़े मामलों की सुनवाई की. सुमन चतुर्वेदी ने इस मौके पर जिले में महिला उत्पीड़न के मामलों में संबंधित विभागों द्वारा की गई कार्यवाही की समीक्षा भी की.

फिरोजाबाद.
फिरोजाबाद.

फिरोजाबादःजिले के सिविल लाइन स्थित निरीक्षण भवन में उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्य सुमन चतुर्वेदी ने महिला उत्पीड़न से जुड़े मामलों की सुनवाई की. सुमन चतुर्वेदी ने इस मौके पर जिले में महिला उत्पीड़न के मामलों में संबंधित विभागों द्वारा की गई कार्यवाही की समीक्षा भी की. जनसुनवाई के दौरान दौरान पांच प्रकरण प्राप्त हुये. सुमन चतुर्वेदी ने सभी पीड़िताओं के पक्ष को सुनकर संबंधित अधिकारियों को दूरभाष पर निर्देशित किया. जहां पर दूसरे पक्ष को भी बुलाने की आवश्यकता पड़ी तो उन्हें तलब कर मामले का निस्तारण कराया. इस दौरान महिला आयोग की सदस्य ने घरेलू हिंसा करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी.

इन लोगों ने की शिकायत
जनसुनवाई के दौरान मो. कोटला निवासनी गुलशन ने दहेज उत्पीड़न से संबंधित, इंडस्ट्रीयल एरिया सहजलपुर शिकोहाबाद निवासनी रेनु देवी ने सास, ससुर एवं देवर द्वारा उत्पीड़ित किए जाने, मोहल्ला खेड़ा शिकोहाबाद निवासी शायरा द्वारा दहेज उत्पीड़न किए जाने तथा आसफाबाद चैराहा निवासनी लुबना द्वारा मारपीट कर उत्पीड़ित किए जाने की शिकायत सदस्य राज्य महिला आयोग से की. महिला आयोग की सदस्य ने पीड़िताओं के प्रार्थना पत्र को संबंधित थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी एवं सिरसागंज क्षेत्राधिकारी को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया.

दहेज के लोभियों की जगह सिर्फ जेल में
सुमन चतुर्वेदी ने इस मौके पर जिले में महिला उत्पीड़न के मामलों में संबंधित विभागों द्वारा की गई कार्यवाही की समीक्षा भी की. प्रभारी निरीक्षक महिला थाना ने जनपद में महिला उत्पीड़न के मामलों में पुलिस विभाग द्वारा की गई निस्तारण कार्यवाही के बारे में जानकारी दी. राज्य महिला आयोग की सदस्य सुमन ने कहा कि दहेज के लोभियोें की जगह केवल जेल हो सकती है. पीड़ितों को सरल व सुगम न्याय दिलाया जाना ही आयोग का उददेश्य हैं. उन्होंने कहा कि जहां एक ओर हम नारी सशक्तिकरण की बात करते है वहीं दूसरी ओर उसके विरूद्ध अपराध करते है जो कि उचित नहीं है. ऐसे अपराधियों को कठोर से कठोर सजा मिले.

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