फिरोजाबाद:यह घटना जीआरपी थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास की है. जहां एक महिला ने अपने एक साल के बच्चे के साथ ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी का प्रयास किया. इसी दौरान वहां ड्यूटी कर रहे जीआरपी के जवानों की नजर पड़ गई. इसके बाद आनन-फानन में जवानों ने मां-बेटा दोनों को बचा लिया. दोनों को ही चोंटे आई हैं, जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
फिरोजाबाद: महिला के लिए देवदूत बने जीआरपी जवान - woman went to suicide
यूपी के फिरोजाबाद में एक महिला और उसके नवजात बेटे के लिए जीआरपी के जवान फरिश्ता बनकर आ गए. महिला ने ट्रेन के आगे कूदकर अपने एक साल के बेटे के साथ खुदकुशी का प्रयास किया था. इसी दौरान वहां ड्यूटी कर रहे जीआरपी के जवानों की नजर पड़ गई. इसके बाद आनन-फानन में जवानों ने मां-बेटा दोनों को बचा लिया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक महिला ने पहले अपने एक साल के बेटे को पटरी पर फेंका. फिर वह खुद भी खड़ी ट्रेन के आगे कूद गई. इसी दौरान वहां खड़े कुछ जीआरपी के जवानों की नजर इस महिला पर पड़ी तो उन्होंने आनन-फानन में उस महिला को ट्रैक से हटाया. इस दौरान महिला को चोट भी लग गई थी, लिहाजा उसे पुलिस के जवानों ने अस्पताल में भर्ती कराया है. महिला का नाम पुष्पा देवी पत्नी विजय कुमार बताया जा रहा है. जोकि लाइनपार थाना क्षेत्र के छारबाग की रहने वाली है.
महिला ने ऐसा क्यों किया इसकी जानकारी तो नहीं हो सकी है, लेकिन यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि घरेलू कलह से परेशान होकर महिला ने यह कदम उठाया है. महिला की हालत खतरे से बाहर है. महिला को जिला अस्पताल लेकर आए सिपाही योगेंद्र ने बताया कि जब हम लोग प्लेटफार्म पर ड्यूटी कर रहे थे तभी यह महिला दौड़ती हुई आई. उसके बाद अपने बेटे को दूसरे ट्रैक पर फेंक दिया और खुद ट्रेन के आगे कूद गई. जब हमारी नजर पड़ी तो महिला को खींचकर बचाया गया. सिपाही ने बताया कि महिला घायल है, जबकि उसका बच्चा ठीक है.