फिरोजाबाद : भारतीय किसान यूनियन भानू गुट (Bharatiya Kisan Union Bhanu faction) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह किसानों की समस्याओं को लेकर बीते 6 दिन से भूख हड़ताल पर हैं.
योगेश प्रताप की मांग है कि सरकार का कोई जिम्मेदार मंत्री उन्हें लिखित में आश्वस्त करें कि किसानों की जो समस्या है उनका निराकरण कितने दिन में हो जायेगा.
छह दिन बीतने के बाद भी कोई सुनवाई न होने पर किसान यूनियन ने अब आर-पार की लड़ाई का एलान किया है. भानू गुट ने 3 जनवरी 2022 को अपने प्रदेश कार्यालय इमलिया उम्मरगढ़ पर एक किसान महा पंचायत (Kisan Maha Panchayat) बुलाई है, जिसमें कोई अहम निर्णय लिया जा सकता है.
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भारतीय किसान यूनियन का भानू गुट ने तीन अक्टूबर को अपने प्रदेश कार्यालय एक महापंचायत का आयोजन किया था. इस महापंचायत में प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा और यूपी सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शिरकत की थी. इस महापंचायत में जहां एक तरफ भानू गुट ने किसानों की समस्याओं को उठाया था और उनके निराकरण की मांग की थी.
वहीं, महापंचायत में आये उप मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने भी किसान यूनियन के नेताओं को भरोसा दिया था कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा. लेकिन महापंचायत को काफी समय बीत चुका है. बाबजूद इसके यूनियन की किसी मांग को पूरा न करने पर किसान यूनियन का भानू गुट सरकार से नाराज है और खुद प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह अपने कई समर्थक किसानों के साथ बीते छह दिनों से प्रदेश कार्यालय पर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे है.
उनका कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी. उनका यह अनशन जारी रहेगा. किसान यूनियन की जो मांग है उसके मुताबिक किसान आयोग का गठन किया जाये, जिसका अध्यक्ष किसी किसान को ही बनाया जाये और उसे फसलों की एमएसपी तय करने का अधिकार मिले, बुजुर्ग किसानों को पेंशन दिया जाये, किसानों का कर्जा माफ किया जाये.
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