फिरोजाबाद: फिरोजाबाद को सपा का गढ़ माना जाता है और इसे यादललैंड भी कहा जाता है. इस यादव लैंड में अबकी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. जातिगत आंकड़ों के हिसाब से जनपद की तीन सीटों पर यादव वोट बैंक निर्णायक भूमिका में है. लेकिन इस बार खुद मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव फिरोजाबाद के समीकरणों को प्रभावित कर सकते हैं. फिरोजाबाद में कुल पांच सीटें हैं, जिनमें फिरोजाबाद सदर विधानसभा सीट, शिकोहाबाद विधानसभा सीट, जसराना विधानसभा सीट, टूंडला विधानसभा सीट और सिरसागंज विधानसभा सीट. 20 फरवरी को तीसरे चरण में यहां मतदान होगा और यहां की सभी पांचों सीटों पर कुल 53 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. इधर, जिले में कुल 18 लाख 47 हजार वोटर्स हैं, जो इन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे.
जातिगत आंकड़ों की बात करें 18 लाख 47 हजार वोटरों में से साढ़े तीन से लेकर चार लाख की संख्या में यहां यादव जाति के मतदाता हैं. यही वजह है कि फिरोजाबाद को सपा का मजबूत गढ़ और यादव लैंड माना जाता है. खासकर इस जनपद की तीन सीट जसराना, शिकोहाबाद, सिरसागंज तो ऐसी हैं, जहां यादव वोट निर्णायक की भूमिका निभाते हैं. तीनों सीटों पर यादव वोटर्स की संख्या एक लाख के आसपास है. जिले की जसराना, शिकोहाबाद और सिरसागंज सीट तो ऐसी है, जहां यादव वोटर्स जीत-हार की बाजी तक पलटने की ताकत रखते हैं.