फिरोजाबादःजिले के ग्रामीण इलाकों में बीमारी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले का एक ऐसा गांव है, जहां पिछले कई दिनों से 50-60 लोग बीमार हैं. कोविड की तीसरी लहर की दहशत के बीच बुखार आने से ग्रामीण काफी परेशान हैं. हालांकि शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नगला अमान गांव में पहुंचकर ब्लड के नमूने लिए साथ ही ग्रामीणों को दवा वितरित किया.
नगला अमान गांव में वायरल फीवर का प्रकोप. जिले के ग्रमीण अंचलों बीते एक माह से वायरल फीवर के कारण सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है. ज्यादातर मरीजों को सर्दी, जुकाम, सिरदर्द, बदन दर्द और बुखार की शिकायत है. सबसे पहले मरीज को बदनदर्द होता है जो धीरे-धीरे बुखार में तब्दील हो जाता है. बुखार के बढ़ते मामलों से मरीज काफी परेशान है, क्योंकि उन्हें कोविड की तीसरी लहर का डर सता रहा है.
इस समय नारखी इलाके के गांव नगला अमान के ग्रामीण की इस वायरल फीवर की चपेट में है. स्थानीय लोगों की मानें तो गांव में 50 से 60 लोग बुखार की चपेट में है. गांव में पिछले आठ दिनों से यह बीमारी फैली हुई है. ग्रामीणों की शिकायत पर शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची और बुखार से पीड़ित मरीजों को दवाइयों का वितरण किया साथ ही उनके ब्लड के नमूने लिए.टीम के साथ गांव पहुंचे डॉ. पवन कुमार ने बताया कि जो लोग बुखार से पीड़ित हैं, ऐसे 50 से अधिक ग्रामीणों के ब्लड सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है. साथ ही ग्रामीणों को दवा भी वितरित किया गया है. उन्होंने बताया कि ब्लड की जांच की रिपोर्ट आने के बाद ग्रामीणों का उपचार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बुखार से पीड़ित मरीजों का कोरोना सैंपल भी लिया गया है.
इसे भी पढ़ें-वीडियो कॉल पर 'फिसले' तो समझिए फंसे, ऑनलाइन "दोस्ती" में बरतें ये सावधानी...
बता दें कि वायरल फीवर से प्रभावित होने वाला नगला अमान पहला गांव नहीं है. इससे पहले भी मक्खनपुर के पास गांव मरघटी जलालपुर में डेंगू नामक बीमारी ने दो बच्चियों की जान ले ली थी. बीमारी ने 100 लोगों को अपना शिकार बनाया था. यहां ब्लड की जो जांच रिपोर्ट आई थी उनमें कुछ मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी.