फिरोजाबाद:कोविड महामारी से राहत के बाद सरकार अब लोगों को संचारी रोगों से भी बचाएगी. एक जुलाई से यूपी भर में संचारी रोग नियंत्रण अभियान (communicable disease control campaign) चलाया जाएगा. सरकार की कोशिश है कि कोई भी व्यक्ति इस बीमारी की चपेट में न आये. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों को जागरूक भी करेंगी. फिरोजाबाद में भी आलाधिकारी इस अभियान को सफल बनाने के लिए लगातार बैठकें की जा रही हैं और अधीनस्थों को दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन जिले के ग्रामीण इलाकों में जो जमीनी हकीकत उसे देखकर यह नहीं लगता कि जिले में यह अभियान सफल हो सकेगा.
इन समस्याओं पर भी देना होगा ध्यान
1 जुलाई से शुरू होने जा रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान (communicable disease control campaign) की सफलता के लिए भले ही जिले में भले ही तैयारियां की जा रही हों, लेकिन वर्तमान में बुनियादी समस्याओं की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं है. जिले के गांवों में तालाबों की सफाई लंबे समय से नहीं हुई है, लिहाजा इन तालाबों में गन्दा पानी भरा हुआ है. इसके अलावा नियमित साफ-सफाई न होने से नालियों में गंदा पानी भरा है और जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. इनकी साफ-सफाई की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा.
गंदगी से फैलते हैं संचारी रोग
गर्मियों के बाद जब बरसात का मौसम शुरू होता है तो उस समय ग्रामीण और शहरी इलाकों में कई बीमारियों का फैलना शुरू हो जाता है. मलेरिया, डेंगू, डायरिया, पेट दर्द, उल्टी और पेट दर्द जैसी समस्याएं इस दरम्यान होने लगती है. इन रोगों से बचाने के लिए संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अभियान भी चलाया जाता है. इस अभियान में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता है. इस अभियान में उन स्थानों पर ज्यादा फोकस किया जाता है, जहां मलिन बस्तियां हुआ करती हैं. इसका कारण यह है कि मलिन बस्तियों में साफ-सफाई का अभाव रहता है और इसी कारण इन बस्तियों में ये संचारी रोग ज्यादा फैलते हैं.