फिरोजाबादः उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश भर में बड़ी संख्या में पौधरोपण के लिए वृहद कार्यक्रम चलाया है. बीते रविवार को प्रदेश में 25 करोड़ पोधरोपण के लक्ष्य के साथ सरकार ने बड़ा कार्यक्रम भी चलाया. यह इसी साल नहीं बल्कि सत्ता में आने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम को प्राथमिकता के आधार पर संचालित करते हैं. लेकिन पौधरोपण के बाद उन पौधों का क्या होता है, कितने पौधे जीवित बचे इसका न तो सरकार को पता है और न ही वन विभाग को. फिरोजोबाद में ईटीवी भारत पौधरोपण की जमीनी हकीकत जानी तो चौंकाने वाले खुलासे हुए.
दरअसल, योगी सरकार ने पौधरोपण के लिए सिर्फ वन विभाग ही नहीं निर्भर रहती, बल्कि सभी सरकारी विभागों को एक निश्चित लक्ष्य देकर पोधरोपण किया जाता है. लेकिन इन पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी वन विभाग की होती है. हालत यह है कि बड़ी संख्या में लगाए गए पौधे या तो संरक्षण के आभाव में सूख गए या फिर उन्हें आवारा जानवरों ने उन्हें निवाला बना लिया.
असुरक्षित स्थानों पर लगा दिए गए पौधे
ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने के दबाव में कहीं भी पौधरोपण कर दिया गया है. फिरोजाबाद में पार्कों के किनारे बिना किसी ट्री गार्ड के पौधों को रोपित कर दिया गया. पार्क में बाउंड्री भी नहीं है. आलम यह है कि पार्क में बच्चों के खेलने के दौरान कुछ पौधे टूट जाते हैं, या फिर उन्हें आवारा जानवर खा लेते हैं. वन विभाग या फिर सोसाइटी से संबंधित कोई भी जिम्मेदार इन पौधों की सुध लेने दोबारा नहीं आता है और दूसरे साल फिर उन्हीं स्थानों पर पौधरोपण कर दिया जाता है.