फिरोजाबाद: जिले में फैली डेंगू महामारी (Dengue Epidemic) और वायरल फीवर (Viral Fiver) के कारण ग्रामीण दहशत में हैं. हालात ऐसे हैं कि बीमारी के खौफ से कुछ ग्रामीण घर छोड़कर दूसरे शहरों यानी कि रिश्तेदारों के घर चले गए. कई गांव ऐसे हैं जहां, लोगों के घरों पर ताला लटका हुआ है. जिले के नगला अमान गांव में हालात कुछ ऐसे ही हैं. यहां करीब दर्जनभर घरों में ताले लटके पाए गए. ग्रामीणों ने बताया कि बीमारी के डर से लोग गांव छोड़कर चले गए हैं. गांव में वायरल फीवर और डेंगू की वजह से 10 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अभी भी बड़े पैमाने पर यहां लोग बीमार हैं. गांव में गंदगी का अंबार होने से मच्छरों की भरमार है.
डेंगू का बढ़ता खौफ, गांव छोड़कर जा रहे लोग - फिरोजबाद में डेंगू के डर से पलायन
फिरोजबाद के नगला अमान में डेंगू और वायरल फीवर के कहर से बचने के लिए कई ग्रामीणों ने फिलहाल गांव छोड़ दिया है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग शिविर लगाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने की बात कह रहा है.
मामले की गूंज जब लखनऊ तक पहुंची तो 30 अगस्त को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) फिरोजाबाद आए थे. जहां उन्होंने मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों का हालचाल जाना था. सुदामा नगर नामक एक मोहल्ले में जाकर उन्होंने यह देखा था कि यहां साफ-सफाई के क्या इंतजाम है. और डेंगू आखिर क्यों फैल रहा है. इसके बाद कई टीमें भी फिरोजाबाद आईं, इसके बावजूद डेंगू महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बीमारी की शुरुआत नारखी इलाके के गांव नगला अमान से हुई थी. इस गांव का ईटीवी भारत की टीम ने जब जायजा लिया तो तस्वीर हैरान कर देने वाली थी. ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में 10 लोगों की मौत डेंगू से हो चुकी है और अभी भी 100 से ज्यादा ग्रामीण बीमार हैं. जो अस्पताल या फिर अलग-अलग स्थानों पर अपना इलाज करा रहे हैं. ग्रामीणों की माने तो बीमारी पर काबू न लग पाने के कारण पूरा गांव दहशत में है. गांव से करीब 12 परिवार तो ऐसे हैं जो डर की वजह से पलायन कर गए. यानी कि या तो इलाज कराने के लिए या फिर बीमारी से बचने के लिए गांव छोड़कर रिश्तेदारी में चले गए है.
इस गांव का जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी निरीक्षण कर चुके हैं. बावजूद इसके गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. कई खाली प्लाट गंदगी से भरे पड़े हैं. इसके अलावा गांव के बीचो-बीच एक तालाब बना हुआ है, जिसमें गंदा पानी भरा हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में डेंगू फैलने की मूल वजह यह तलाब ही है, लेकिन प्रशासन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है. अगर गंदगी पर कंट्रोल हो जाए तो शायद इस गांव को डेंगू से बचाया जा सकता है. इधर, जिले के जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा का कहना है कि डेंगू के मद्देनजर ग्रामीण इलाकों में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. एंटी लारवा का छिड़काव कराया जा रहा है और जिला स्तर पर एक कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई है. अगर, किसी को शिकायत है तो वह कंट्रोल रूम में दर्ज करा सकता है.