फिरोजाबाद: आसमान छूती आलू की कीमतों के बीच इस साल भी किसानों की बल्ले-बल्ले होने के आसार हैं. जिन किसानों ने अगैती फसल की बुवाई की थी, उनकी फसल लगभग तैयार है. कुछ किसानों का नया आलू तो बाजार में आ भी चुका है और उसका भाव भी किसानों को पुराने आलू के भाव से ज्यादा मिल रहा है. बम्पर भाव मिलने से अगैती फसल उगाने वालों की इस बार भी चांदी रहेगी.
आलू की बढ़ी कीमतों का किसानों को मिलेगा फायदा
आलू की कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. नया आलू बाजार में आ गया है बावजूद इसके आलू के भाव कम नहीं हुए हैं. फिरोजाबाद के किसानों को उम्मीद है कि इस बार आलू की खेती से उन्हें अच्छा मुनाफा मिलेगा.
55 हजार हेक्टेयर में आलू की खेती
यूपी के फ़िरोज़ाबाद जिले को प्रमुख रूप से आलू उत्पादक इलाकों में शुमार किया जाता है. यहां करीब 55 हजार हेक्टेयर में आलू की खेती की जाती है. यहां का आलू भी काफी दूर-दूर तक मंडियों में जाता है. इस बार सब्जियों के राजा आलू का भाव सिर चढ़कर बोल रहा है. हालत यह है कि आलू का फुटकर भाव 50 रुपया प्रति किलो के हिसाब से दुकानों पर बिक रहा है और तमाम उपभोक्ता तो ऐसे भी हैं, जिनकी थाली से आलू गायब भी हो गया है.
किसानों को होगा फायदा
उपभोक्ताओं को उम्मीद थी कि समय बदलेगा और नया आलू बाजार में आने के बाद भाव में गिरावट आएगी. नया आलू तो बाजार में आ गया है लेकिन भाव जस का तस है. नए आलू के भाव में तेजी से उन किसानों को भी लाभ मिल रहा है जिन्होंने आलू की अगैती फसल की बुबाई की थी. जिला उद्यान अधिकारी विनय यादव भी मानते हैं कि इस बार जिन किसानों ने आलू की फसल की पहले बुवाई की थी, उन्हें आलू की बढ़ी हुई कीमतों का लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि जिले में करीब पांच हजार एकड़ जमीन पर आलू की अगैती फसल उगायी गयी है.