फिरोजाबादःउत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एक माइनर की पटरी कटने से सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गयी. जलमग्न फसल के बर्बाद होने की आशंका जतायी जा रही है. जिस जगह पर माइनर की पटरी कटी है वहां आलू की खेती ज्यादा होती है. जानकारी मिलने पर एसडीएम ने पीड़ित किसानों से बात की और उन्हें हर सम्भव मदद का भरोसा भी दिया है.
जिले के सिरसागंज इलाके में जायमई गांव के पास से होकर एक माइनर ( मिनी नहर) निकलती है. बीती रात माइनर की पटरी कमजोर होने की वजह से अचानक कट गयी. किसानों के मुताबिक इस नहर में काफी पानी है. सुबह होने पर किसानों की इसकी जानकारी हुई. किसान मौके पर पहुंचे तो देखा कि करीब 50 से ज्यादा किसान इस कटान से पीड़ित हैं. सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई है.
नहर की पटरी कटने से जलमग्न हुई सैकड़ों बीघा फसल, किसानों ने सरकार से लगाई मुआवजे की गुहार
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एक माइनर की पटरी कटने से सैकड़ों बीघा फसल हुई जलमग्न. सिंचाई विभाग के अफसरों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के सांसद चंद्र सेन जादौन, एसडीएम विवेक मिश्रा, कानूनगो भी मौके पर पहुंचे. ग्राम प्रधान ने बताया कि जिन किसानों की फसल हुई है जलमग्न उनमें से ज्यादातर लोग पट्टे पर जमीन लेकर करते हैं खेती.
किसानों ने इसकी जानकारी सिंचाई विभाग के साथ-साथ राजस्व विभाग के अफसरों को भी दे दी है. जानकारी मिलने पर सिंचाई विभाग के अफसरों के साथ ही सांसद चंद्र सेन जादौन, एसडीएम विवेक मिश्रा, कानूनगो भी मौके पर पहुंचे. किसानों ने उन्हें बताया कि उनकी आलू और गेहूं की फसल में काफी नुकसान हुआ है. इसके साथ ही पहुंचे किसानों ने मांग की कि सरकार बर्बाद फसल का आंकलन कराए और जो किसान प्रभावित हैं उनको मुआवजा दिया जाए.
ग्राम प्रधान अजय फौजी ने बताया कि जिन किसानों की फसल जलमग्न हुई है उनमें से ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो पट्टे पर जमीन लेकर खेती करते हैं. अगर उन्हें मुआवजा नहीं मिला तो उन किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जायेगा.
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