फिरोजाबादःजिले में एक नहर की पटरी फटने से किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई. सिंचाई विभाग के अफसरों ने कटान को तो बंद कर दिया है. लेकिन अभी भी खेतों में पानी लबालब भरा हुआ है. जल निकासी की व्यवस्था न होने से फसल के खराब होने का खतरा बढ़ गया है.
नहर के जल से पानी-पानी हुआ खेत
मामला सिरसागंज तहसील इलाके का है, जहां अमौर गांव के पास से एक नहर गुजरती है. शनिवार सुबह जब किसान अपने खेतों पर गए तो खेत पानी से लबालब भरे थे. दरअसल रात में तेज बहाव के कारण नहर की पटरी कटने से जल भराव की समस्या पैदा हुई है. अपने खेतों में खड़ी फसल को पानी में डूबा देख किसानों के पैरों तले जमीन खिसक गई. किसानों ने सिंचाई विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से इसकी जानकारी दी. उसके कई घंटे बाद कटान बंद कराया जा सका. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. इस पानी से करीब 20 किसानों की सौ बीघा फसल जलमग्न हो चुकी थी.
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किसान रनवीर सिंह, मनोज, अब्बल सिंह ने बताया कि वो लोग मक्का के साथ-साथ उड़द और धान की खेती करते हैं. लिहाजा जलभराव से इस फसल के खराब होने की आंशका पैदा हो गई है. किसानों के मुताबिक सिंचाई विभाग खेतों में भरे पानी की निकासी पर ध्यान नहीं दे रहा है. जिससे खड़ी फसल के सड़ने का खतरा पैदा हो गया है. पीड़ित लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि प्रभावित फसल का सर्वे कराकर पीड़ित किसानों को मुआवजा दिया जाए. किसानों ने ये भी बताया कि नहर की पटरी पहले भी कट चुकी है. इससे पहले भी हमारी फसल कई बार बर्बाद हो चुकी है. लेकिन फिर भी जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. अगर इसी तरह से फसलें खराब होती रहीं तो वो दिन दूर नहीं जब किसानों के आगे भूखमरी के हालात हो जाएंगे.