फिरोजाबाद: यूपी सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना के तहत जनपद की ग्राम पंचायतें पुरस्कार लेने में भी कोई रुचि नहीं दिखा रहीं है. इस योजना के तहत आवेदन करने की अंतिम तारीख 25 अक्टूबर है. अंतिम तिथि समाप्त होने में कुछ ही दिनों का समय बचा है, लेकिन अभी तक किसी भी ग्राम पंचायत ने पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया है. जिला पंचायत राज विभाग ने ग्राम प्रधानों और पंचायत सचिवों को पत्र भेजकर फिर से योजना में आवेदन करने की याद दिलाई है.
क्या है मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना
यह योजना ग्राम पंचायतों को और अधिक प्रोत्साहित करने के मकसद से चलाई जा रही है. इस योजना के तहत यूपी के हर जिले से पांच-पांच ग्राम पंचायतों को चुना जाता है, जिन्हें दो से लेकर पांच लाख तक की धनराशि पुरस्कार के रूप में ग्राम पंचायतों के खाते में भेजी जाती है.
फिरोजाबाद: मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना में रुचि नहीं ले रहीं ग्राम पंचायतें - उत्तर प्रदेश समाचार
फिरोजाबाद में मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना का बुरा हाल है. जिला पंचायत राज विभाग के प्रयासों के बाद भी 529 में से किसी ग्राम पंचायत ने इस योजना के तहत आवेदन नहीं किया है.
किन ग्राम पंचायतों को मिलता है पुरस्कार
जिन ग्राम पंचायतों को यह पुरस्कार दिया जाता है उनका एक मानक है. 30 अंको की एक प्रश्नावली के आधार पर इन पंचायतों का चयन किया जाता है. इस प्रश्नावली में ग्राम पंचायतों को कई सवालों के जवाब ऑनलाइन अपलोड करने होते है. यह सवाल ग्राम पंचायतों से ही जुड़े होते है मसलन ग्राम पंचायतों और ग्राम सभा की कितनी बैठकें आयोजित की गई, ग्राम पंचायत को कितना बजट मिला, कितना बजट कहां खर्च किया, स्वच्छता, शिक्षा और मनरेगा में क्या उल्लेखनीय योगदान रहा.
फिरोजाबाद जिले में इस योजना का बुरा हाल है. जिला पंचायत राज विभाग के प्रयासों के बाद भी 529 में से किसी ने इस योजना के तहत आवेदन नहीं किया है. जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा ने बताया कि इस योजना के तहत जो आवेदन आते है. उन्हें जिला स्तरीय कमैटी के सामने प्रस्तुत किया जाता है और यही कमेटी पांच ग्राम पंचायत के नाम तय करेगी. उन्होंने स्वीकार किया कि अभी तक किसी भी ग्राम पंचायत ने आवेदन नहीं किया है सभी ग्राम पंचायतों को रिमांडर भेजा जा रहा है.