फिरोजाबादः जिले में मंगलवार को नकली नोट छापने वाले गैंग पुलिस ने खुलासा किया है. शिकोहाबाद पुलिस और एसओजी की टीम ने इस गैंग में शामिल 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से 2 लाख 97 हजार रुपये नगद बरामद किए हैं. इसके साथ ही नोटों को छापने के काम में प्रयुक्त होने वाली मशीनें भी बरामद की गई है. पुलिस ने दावा किया कि ये गिरोह नकली नोट छापता था. जिससे किसी को शक न हो. हाल ही में होने वाले निकाय चुनाव और होली के त्योहार में इन नोटों को खपाने की योजना थी.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर नकली करेंसी छापने वाले इस गैंग को पकड़ा गया है. इस गैंग को बेनकाब करने में शिकोहाबाद पुलिस और एसओजी की टीम को लगाया गया था. पुलिस की टीमों ने मैनपुरी चौराहा से इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिन आरोपियों को पकड़ा गया है उनमें से एक का नाम तेजेंद्र उर्फ काका है, जो दिल्ली का रहने वाला है और 25 हजार का इनामी भी है.
तेजेंद्र नकली नोट छापने के जुर्म में पहले भी दिल्ली की तिहाड़ जेल में रह चुका है. इसी जेल में रहते इसकी मुलाकात फिरोजाबाद के टूंडला के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर विक्की उर्फ बॉक्सर टूण्डला, पानसहाय थाना उत्तर के सोनू पंडित तथा बालपुर थाना नसीरपुर के राम संत से हुई थी. विक्की और सोनू ने ही पेशेवर जमानती लगाकर तेजेंद्र की रिहाई कराई थी. विक्की की मदद से ही उसने नोट छापने के उपकरण खरीदे. उसने विक्की के साथियों की मदद से विक्रम सिंह जो कि एक राजनीतिक दल का जिलाध्यक्ष भी है. उसके गांव के फार्म हाउस पर नोट छापा.