फिरोजाबाद : बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत शुरू की गई सुकन्या समद्धि योजना (एसएसवाई) को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन ने पहल की है. जो माता-पिता किसी कारणवश इस योजना के तहत खाता नहीं खुलवा पा रहे हैं, प्रशासन उनका खाता खुद खुलवा रहा है. यही नहीं, उसमें ओपनिंग अकाउंट की 500 रुपये की धनराशि भी विभागीय खाते से डाली जा रही है.
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना केंद्र सरकार की एक छोटी बचत योजना है, जिसे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत लांच किया गया था. मोदी सरकार ने साल 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना की शुरूआत की थी. इस योजना में 7.60 फीसदी ब्याज मिलता है, जो अपने आप मे एक रिकॉर्ड है. इस योजना के तहत एक हजार रुपये प्रति साल जमा करने की बाध्यता थी, जिसे सरकार ने घटाकर 250 रुपये कर दिया. इसके बाद भी अभिभावक इसमें रुचि नहीं ले रहे थे.
100 बालिकाओं के खोले गए अकाउंट. 10 साल से कम उम्र की बच्ची के लिए उच्च शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के लिहाज से केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना एक अच्छी निवेश योजना है. निवेश के इस बेहतरीन विकल्प में पैसे लगाने से इनकम टैक्स बचाने में भी मदद मिलती है.
प्रशासन की अनोखी पहल
जिले में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलने में आने वाली दिक्कतों और अकाउंट ओपनिंग धनराशि न होने की वजह से योजना के प्रति अभिभावक रुचि नहीं ले रहे हैं. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधकारी चंद्र विजय सिंह ने विशेष पहल की है. इसके तहत प्रोवेशन विभाग ने 500 बेटियों के खाते खुलवाकर उनमें 500-500 रुपये विभागीय निधि से जमा करने का फैसला लिया गया है.
अब तक करीब 100 बालिकाओं के खाते भी खुलवाए जा चुके हैं. जिलाधिकारी का कहना है कि इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा बेटियों को मिल सके, इसके लिए प्रशासन की ओर से बालिकाओं के अकाउंट खुलवाए गए. आगे भी ऐसे कार्य किए जाएंगे.