फिरोजाबाद:अभी तक आपने यह तो सुना होगा कि अमुक व्यक्ति ने पैसा दान किया हो या फिर कोई अन्य वस्तु दान की हो. लेकिन अपना शरीर किसी ने दान किया हो. एक या दो मामलों को छोड़कर यह बात शायद ही आपने सुनी हो. लेकिन फिरोजाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग ने आज से 8 साल पहले अपने शरीर को मेडिकल कॉलेज के लिए दान कर दिया था. बुजुर्ग का मानना था कि मरने के बाद उसका शरीर मेडिकल स्टूडेंट के लिए रिसर्च में काम आएगा. शुक्रवार को जब इन बुजुर्ग की मौत हो गई तो परिजन बुजुर्ग का शव लेकर अस्पताल पहुंचे और शव को अस्पताल प्रशासन/मेडीकल कॉलेज के सिपुर्द किया.
थाना मटसेना के गांव कोलामई निवासी 72 वर्षीय आशाराम गुप्ता पुत्र भोजराज गुप्ता पूर्व प्रधान थे. वह वर्तमान में थाना उत्तर क्षेत्र के मोहल्ला जैन नगर खेड़ा में मय परिवार के रहने लगे. उन्होंने 25 फरवरी 2015 को अपने परिवार के सदस्यों से कहां कि उनकी मौत होने के बाद दाह संस्कार न कर आगरा मेडिकल कॉलेज को दान कर दे. उन्होंने उसी समय शव दान का फार्म भी भरा था. उसकी बसीयत भी की थी, जिससे वहां मेडिकल की शिक्षा पा रहे.