फिरोजाबाद:कच्चे सामान के भाव में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के चलते फिरोजाबाद की ग्लास इंडस्ट्रीज की हालत इन दिनों बेहद खराब है. कारखानेदारों की मानें तो इन दिनों इंडस्ट्री को चला पाना घाटे की सौदा हो गया है. जो कच्चा सामान ग्लास के आइटम्स बनाने में प्रयुक्त होता है, उसकी कीमतें दो गुने से भी अधिक हो गई हैं. लेकिन, तैयार सामान की कीमत न बढ़ने के कारण इंडस्ट्रीज को लगातार घाटा हो रहा है. कई कारखाने तो बंदी के कगार पर पहुंच गए हैं.
फिरोजाबाद को पूरी दुनिया में कांच की नगरी और चूड़ियों के शहर के नाम से जाना जाता है. यहां चूड़ी और ग्लास के एक्सपोर्टेबल आइटम बनाने वाले कुल चार सौ के आसपास कारखाने चलते हैं. इनसे चार लाख मजदूरों को रोजी-रोटी भी मिलती है. यहां की चूड़ियां पूरे देश में बिकती हैं. एक्सपोर्टेबल आइटम्स पूरी दुनिया में बिकते हैं. खासकर यूरोपियन देशों में फिरोजाबाद के सामान की ज्यादा डिमांड रहती है. फिरोजाबाद से पांच सौ करोड़ का प्रत्यक्ष और 25 सौ करोड़ का अप्रत्यक्ष निर्यात होता है. यहां बनने वाले हर आइटम में सोडा एस नामक केमिकल प्रयुक्त होता है और यहां की इंडस्ट्रीज नेचुरल गैस से चलती है.