फिरोजाबादः जिले के बसई मोहम्मदपुर इलाके का बीहड़ में वैसे तो ऐतिहासिक धरोहरों से भरा पड़ा है. यहां यमुना के किनारे गांव चंद्रवार स्थित है जो कभी राजा चंद्रसेन जैन का राज्य हुआ करता था. आज भी इस जगह को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में जाना जाता. इसके अलावा भी यहां हजरत शाह सूफी की ऐतिहासिक दरगाह भी है जो यमुना नदी के किनारे स्थित है. हर साल यहां बड़ा उर्स आयोजित होता है जो हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बनता है. यहां पसीना वाले हनुमान जी का मंदिर है. यह स्थान भी दर्शकों के लिए कौतूहल का केंद्र बना हुआ है. इसी मंदिर के पीछे 200 बीघा करीव 16 हेक्टेयर जमीन है, जिस पर कृत्रिम झील बनाने कवायद शुरू कर हो गयी है.
सदर विधायक मनीष असीजा ने इस जमीन पर कृत्रिम झील बनाने के लिए विधानसभा में सवाल उठाया गया था. विधायक के मुताबिक इस भूमि के पास से बहने वाली यमुना नदी का पानी इस में एकत्रित करके एक विशाल झील का निर्माण कराये जाने हेतु शासन में लगातार प्रभावी पैरोकारी की. सिंचाई विभाग एवं लघु सिंचाई विभाग में आंकड़े सहित प्रस्ताव दिया कि वर्षाऋतु में यमुना नदी का जल स्तर इतना बढ़ जाता है कि आस-पास के खादरों तक जल पहुंच जाता है. परंतु कोई रोकथाम की व्यवस्था न होने के कारण यह जल अनुपयोगी होकर वापिस नदी के रास्ते होते हुए बह जाता है.
विधायक मनीष असीजा ने शासन में उच्चस्तरीय अधिकारीयों, आश्वासन समिति एवं विधानसभा में प्रस्ताव दिया कि यदि वर्षाऋतु में बढ़े हुए जल को नदी के समीप स्थित इस विशाल भूखंड में संचित करते हुए एक झील का निर्माण करा जाए तो अतिरिक्त जल का संग्रह हो जाएगा. भू-गर्भ जल स्तर बढ़ेगा, जल में रहने वाले जलचरों को आश्रय मिलेगा. जलीय वनस्पतियों का संवर्धन होगा, पर्यावरण में सुधार होगा और इस झील के विकास से यमुना किनारे सुंदर रमणीक पिकनिक स्पीच बन कर तैयार हो जाएगा. इससे क्षेत्रीय नागरिकों के लिए एक सुरम्य पर्यटन स्थान उपलब्ध हो जाएगा.