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हत्या के 21 साल बाद पुलिस ने इस तरह जाल बिछाकर पकड़ा हत्यारोपी...यहां छिपकर रह रहा था

फिरोजाबाद पुलिस को हत्या के एक मामले में वांछित हत्यारोपी को 21 साल बाद गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. उससे पूछताछ में पुलिस को कई अहम राज पता चले. चलिए जानते हैं उसके बारे में.

हत्या के 21 साल बाद पुलिस ने इस तरह जाल बिछाकर पकड़ा हत्यारोपी.
हत्या के 21 साल बाद पुलिस ने इस तरह जाल बिछाकर पकड़ा हत्यारोपी.

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Published : Dec 24, 2021, 5:36 PM IST

फिरोजाबादःजिले की पुलिस ने वर्ष 2000 में हुई हत्या के एक मामले में हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. उसके पास से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुआ है.

एसपी सिटी मुकेश चंद्र मिश्रा ने प्रेस वार्ता में बताया कि वर्ष 2000 में थाना रामगढ में हत्या की एक एफआईआर दर्ज हुयी थी. अनवर पुत्र मुख्तार निवासी मक्का कॉलोनी की चाकुओं से गोदकर हत्या की गई थी. इस मामले में मृतक के पिता ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था.

एसपी सिटी ने यह जानकारी दी.

इसमें एक नाम छोटे उर्फ भाटिया पुत्र अली मोहम्मद निवासी करीमगंज थाना रामगढ का भी था. पुलिस ने दो हत्यारोपियों को तो जेल भेज दिया था लेकिन छोटे का कोई अता-पता नहीं चल सका था. तभी से वह इस हत्या में वांछित चल रहा था.

इसके बाद पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था. पुलिस को मुखबिरों से पता चला कि आरोपी की एक लड़की की शादी अलीगढ़ में हुई है.

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यह भी जानकारी हुई कि आरोपी पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहता है. आरोपी को पकड़ने के लिए एक टीम वहां रवाना हो गई. पश्चिम बंगाल में पुलिस को जानकारी हुई कि आरोपी अलीगढ़ के लिए निकला है.

आरोपी का पीछा कर रही पुलिस ने उसे वाराणसी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक आधार कार्ड भी बरामद हुआ है. आधार कार्ड पर जो फ़ोटो है वह छोटे उर्फ भाटिया का है लेकिन उस पर नाम अबू हुसैन पुत्र मोहम्मद हुसैन निवासी मेदनीपुर पश्चिम बंगाल लिखा हुआ है. पुलिस को आशंका है कि आरोपी नाम और पता बदलकर पश्चिम बंगाल में रह रहा था.

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