फतेहपुर:जनपद के खागा कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच की सयुक्त टीम ने मिलकर स्टाफ नर्स और बेटे की हत्या का खुलासा किया है. पुलिस ने मंगलवार को हत्यारे तांत्रिक सहित उनसे 3 साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. खागा के हरदो सरकारी अस्पताल में महिला स्टाफ नर्स के पद पर तैनात थी.
एसपी उदय शंकर सिंह ने मंगलवार को हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने अरुण कुमार, सुरेंद्र पासवान, शैलेंद्र कुमार चौधरी व देशराज को गिरफ्तार किया है. अभियुक्त के कब्जे से हत्या में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल व अन्य सामान भी बरामद हुआ है. उन्होंने बताया कि खागा के हरदो सरकारी अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात महिला सुमन रानी और उसके 20 साल के बेटे प्रखर गुप्ता को आरोपियों ने हत्या कर शव को गंगा नदी के पुल से नीचे फेंक दिया था. सुमन की बेटी कीर्ति गुप्ता ने 11 अगस्त को खागा कोतवाली में सूचना दी थी. तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी. जांच में सामने आया था कि स्टाफ नर्स सुमन के नंबर पर आखिरी कॉल मुख्य आरोपी अरुण कुमार ने किया था.
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अरुण कुमार ने सुमन से 7 लाख रुपए उधार लिए थे. उसने कुछ रुपए को वापस कर दिए थे. लेकिन करीब साढ़े तीन लाख रुपये बकाया थे. पैसे न देने पड़े इसलिए अरुण ने सुमन और उसके बेटे को रास्ते से हटाने के लिए साजिश रची. अरुण ने अपनी तीन साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया और किसी को शक ना हो इसलिए दोनों ही शव को गंगा नदी के पुल से नीचे फेंक दिया. पानी अधिक होने की वजह से कई दिनों तक दोनों शव का कुछ पता नहीं चला. लेकिन, पुल के ऊपर खून के छींटे मिले हैं.
इसके बाद कोतवाल तेज बहादुर सिंह ने मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि आरोपी अरुण स्टाफ नर्स सुमन की बेटी से शादी करना चाहता था. क्योंकि आरोपी की नजर सुमन की डेढ़ करोड़ की प्रॉपर्टी पर थी. एसपी उदय शंकर सिंह का कहना है कि अभी पुलिस टीम अन्य पहलुओं से भी मामले की गहन छाबीन कर रही है. वहीं, मुख्य अभियुक्त अरुण कुमार तांत्रिक का भी काम करता था. वह पिछले दो साल से सुमन के घर आता-जाता था. पुलिस को गंगा नदी से सुमन का शव बरामद हो गया है. जबकि बेटे का शव बरामद नहीं हुआ है. उसकी तलाश की जा रही है.