फतेहपुर: उत्तर प्रदेश में नई सरकार बनते ही सड़कों के गड्ढा मुक्त होने की वादे किए जाने लगे, लेकिन सरकार के ढाई साल पूरे होने बावजूद भी जनता को गड्ढों से मुक्ति नहीं मिली है. जिले में 370 किमी जर्जर सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए सवा करोड़ रुपये भी खप गए, लेकिन सड़कें बेहतर नहीं हो पाईं.
फतेहपुर: सरकार के दावे हुए फेल, ढाई साल बाद भी गड्ढा मुक्त नहीं हुई सड़कें - road accident due to road pits
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में सड़कों की हालत बेहद खराब है. सड़कों में बने गड्ढों के कारण वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. बीते डेढ़ माह में गड्ढों के कारण दुर्घटनाओं में छह लोगों की मौत हो चुकी है.
सरकार पर बने गड्ढे दे रहे हादसों को दावत.
सड़क में बने गड्डों से हो रही दुर्घटनाएं
- जिले को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग हों या शहर के बीच की सड़क सभी का हाल बदहाल है.
- जिले में सड़कों की स्थिति इतनी खराब है कि राहगीरों का सड़क पर चलना दुश्वार हो गया है.
- सड़क में बने गड्ढों के कारण अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है.
- शहर की सड़कों की हालत खराब होने से वाहन अक्सर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं.
- बीते डेढ़ माह में जिले में सड़कों पर बने गड्ढों के कारण हुई दुर्घटनाओं में छह लोगों की जान जा चुकी है.
- जिले से गुजरने वाले बांदा-कानपुर मार्ग पर गड्ढों के बीच गुजर रहे वाहनों से धूल का गुबार उठता है.
- वाहनों से धूल का गुबार उठने से सड़क के किनारे रहने वालों का जीवन दुश्वार हो गया है.
- धूल के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है.
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