फतेहपुर:परंपरागत खेती से जीविकोपार्जन न कर पा रहे किसान व्यवसायिक खेती की तरफ अपना रुझान कर रहे हैं. कभी प्राकृतिक प्रकोप तो कभी सही दाम न मिल पाने से किसानों में कृषि के प्रति काफी असंतोष देखने को मिल रहा है, जिसके चलते वह कर्ज में दबते जाते हैं और कहीं न कहीं आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाते हैं.
ग्लेडियोलस की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे किसान. जिले के हसवा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले अंदौली गांव निवासी युवा किसान मोहम्मद आसिफ ग्लेडियोलस फूलों के खेती की शुरुआत कर अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं. ग्लेडियोलस अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कटे फूलों के रूप में प्रसिद्ध है. अभी तक दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर ही इसकी खेती की जाती है.
सैकड़ों किसानों को इस खेती से जोड़ा
किसान आसिफ ग्लेडियोलस की खेती कर खुद तो अच्छी आय अर्जित कर ही रहे हैं, साथ ही सैकड़ों किसानों को इस खेती से जोड़कर उनकी आय बढ़ाने का काम किया है. आसपास ही नहीं अपितु दूर-दराज के किसान भी उनसे जानकारी लेने के लिए उनके खेतों पर पहुंचते हैं और उनसे जानकारी लेकर लाभ कमा रहे हैं.
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प्रति बीघे बीस हजार आती है लागत
आसिफ बताते हैं कि किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती जिसमें मुनाफा कम, लागत ज्यादा होती है, को छोड़कर आधुनिक खेती की तरफ आना होगा. वह वर्तमान में 8 से 10 बीघे ग्लेडियोलस की खेती कर रहे हैं. इसकी एक स्टिक 5 से 10 रुपये में बिक जाती है. जिससे एक बीघे में दो लाख तक का मुनाफा हो जाता है. इसका बीज पहली बार खरीदना पड़ता है, जिसकी लागत प्रति बीघे बीस हजार होती है. दूसरे वर्ष से बीज खेत में ही तैयार हो जाता है.
ग्लेडियोलस शादी विवाह, गिफ्ट समेत अन्य विभिन्न प्रकार की सजावट के लिए उपयोग किए जाने वाला कुछ होता है. जिसकी वर्तमान में काफी मांग है, लोग इसे काफी पसंद करते हैं. किसानों की स्थिति सुधारने को लेकर सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं और व्यवसायिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी देने का भी प्रावधान किया गया है. जागरूकता कार्यक्रम चलाकर किसानों को इससे जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं.
-आरएस यादव, जिला उद्यान अधिकारी