फतेहपुर: परिषदीय विद्यालयों की शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार के लिए प्रदेश स्तर पर ऑपरेशन कायाकल्प संचालित किया जा रहा है. इसी के तहत छात्रों के शैक्षणिक सुधार के लिए ग्रेडेड लर्निंग कार्यक्रम चलाया गया था. ग्रेडेड लर्निंग कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने 100 प्रतिशत कार्य किया गया. वहीं शासन के निरीक्षण में फतेहपुर को प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है.
जानकारी देते बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह. कमजोर बच्चों को तराशने की थी जिम्मेदारी
- बीते सत्र में 1903 प्राथमिक विद्यालय संचालित हो रहे थे.
- शासन ने इन विद्यालयों में ग्रेडेड लर्निंग प्रोग्राम चलवाया था.
- कमजोर बच्चों की छटनी करके उन्हें तराशने की जिम्मेदारी शिक्षक-शिक्षिकाओं को दी गई थी.
- भाषाई ज्ञान और गणित आधारित ज्ञान प्रोग्राम चलाने से बेहतर परिणाम सामने आए.
- इसमें जिले को पूरे प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है.
शैक्षणिक स्तर में बहुत सुधार आया
- ग्रेगेड लर्निंग कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों के दो ग्रुप बनाए गए थे कक्षा 1-2 और कक्षा 3-5.
- इन दोनों ग्रुप के 3 बच्चों में हिंदी और गणित की परीक्षा कराकर बच्चों के ज्ञान स्तर की जानकारी ली गई.
- उसके बाद जो बच्चे कमजोर थे, उन्हें कई रोचक तरीकों से जानकारी दी गई.
- यह तरीका अपनाने से बच्चों के शैक्षणिक स्तर में बहुत सुधार आया.
क्या बोले बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह
बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए शासन से ऑपरेशन कायाकल्प के तहत ग्रेडेड लर्निंग कार्यक्रम चलाया गया. इसके तहत विद्यालयों में बच्चों की बेस लाइन, मिडिल लाइन और मुख्य स्तर सर्वे किया गया. इसमें बच्चों को उनके मानसिक स्तर के अनुसार, पाठ्यक्रम को सिखाया गया, जिसका आपेक्षित परिणाम सामने आया.