फतेहपुर: बुजुर्गों की सेवा के लिए प्रसिद्ध फाउंडेशन 'दादी दादा फाउंडेशन' ने डीएम संजीव सिंह को 'दादी दादा गौरव सम्मान- 2020' के लिए चुना है. यह सम्मान उन्हें वृद्धजनों के लिए मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या पर संस्था द्वारा दिल्ली में दिया जाएगा. बता दें कि यह संस्था आज देश भर में अठ्ठारह करोड़ बुजुर्ग नागरिकों की बेहतरी के लिए कार्य कर रही है.
संस्था ने उत्तर प्रदेश कैडर के 2012 बैच के आईएएस अधिकारी संजीव सिंह को बुजुर्ग नागरिकों की सेवा में अतुलनीय उदाहरण पेश करने के लिए इस सम्मान के लिए चुना है. सम्मान देने की घोषणा करते हुए फाउंडेशन के निदेशक मुनिशंकर ने बताया कि फतेहपुर के डीएम ने बुज़ुर्गों की सेवा के लिए श्रवण पुत्र की तरह जो व्यवहार किया है, वो अनुकरणीय और प्रशंसनीय है. उन्होंने सहबसी गांव की 86 वर्षीय बुजुर्ग रामप्यारी उर्फ भगवती देवी के लिए जैसा सुहृदय पेश किया है, इससे हम सभी को बुजुर्गों की सेवा के लिए प्रेरणा मिली है.
असोथर विकास खंड के अंतर्गत आने वाले सहबसी गांव निवासी डिमेंशिया से पीड़ित वृद्धा रामप्यारी का डीएम ने न केवल उपचार कराया, बल्कि उनके नेतृत्व में स्वयं और राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिलकर अपने-अपने वेतन से आंशिक योगदान दान दिया. आंशिक योगदान करते हुए उनके लिए आवास और क्षेत्र पंचायत निधि से इंटर लॉकिंग सड़क का भी निर्माण करवाया.
बता दें कि वृद्धा रामप्यारी का 1 मई से 29 मई तक जिला अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रभाकर, फिजीशियन डॉ. एनके सक्सेना और डॉ. आरएम गुप्ता और सिस्टर रेखा चंदेल, वार्ड इंचार्ज मेनका की विशेष देखरेख में इलाज किया गया. चिकित्सा के दौरान डाइट प्लान भी निर्धारित किया गया था. इस दौरान रामप्यारी के हीमोग्लोबिन में 8.6 से 12 gm% की वृद्धि, ब्लड प्रेशर सामान्य, भोजन की पाचन शक्ति और वजन में वृद्धि जैसे उल्लेखनीय सुधार हुए. रामप्यारी जिला चिकित्सालय में अचेतन स्थिति में भर्ती हुई थी और डिस्चार्ज के समय उनकी स्मरण शक्ति में भी काफी सुधार हुआ.
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