फतेहपुरःउत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री मत्स्य व निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर फतेहपुर पहुंचे. यहां उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा श्री रामचरितमानस पर दिए गए बयान का का जवाब दिया. कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि 'राम पर उल्टा बोलने का मतलब निषादराज के बारे में उल्टा बोलना है'.
Ramcharitmanas Controversy : कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने विपक्ष पर बोला हमाल, कही यह बात
कैबिनेट मंत्री मत्स्य व निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद एक दिवसीय दौरे पर फतेहपुर पहुंचे. यहां उन्होंने श्री रामचरितमानस पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा.
निषादराज पार्टी के अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि 'आज भारत आस्था का केंद्र है. आज के समय मे वह दलितों, पिछड़ों, महिलाओं में बंटवारा चाहते हैं, लेकिन समाज अब जाग चुका है. किसके साथ रहना चाहिए, किसके साथ नहीं. भारत के लोग सभी भारतवासी हैं. भगवान राम के नाम पर उल्टा बोलना इसका मतलब निषादराज के बारे में बोलना है, क्योंकि उसी भगवान राम और निषाद से निषादराज का किला मिला. इसलिए मछवारे भगवान राम के किले पर जाकर संकल्प लेते हैं कि कभी हमारे हाथ में टोपी, झंडा और डंडा था, तभी वह रामराज्य था फिर वही झंडा और डंडा है और रामराज्य का नारा निषादराज का नारा है'.
कैबिनेट मंत्री ने सपा पर हमलावर होते हुए कहा कि राम भक्तों पर गोली चलवाने के बाद ये लोग खुश हो गए, लेकिन अब समाज जग चुका है राम के प्रति सपा का असली चेहरा सामने आ गया है. उन्होंने सपा नेताओं द्वारा लगातार किए जा रहे पोस्टरवार पर कहा कि यही लोग थे, जो पहले जाति धर्म के साथ कैसा अन्याय करते थे. सामाजिक न्याय समिति का रिपोर्ट कहता है कि जो दलित, पिछड़ों परिवार के एक-एक लोगों को नौकरी दी जाए, जब सामाजिक न्याय समिति की बात रिपोर्ट की बात आती है तो सभी जाति का हिस्सा कहा गया 70 साल से. अब ये लोग फिर से धर्म की राजनीति फैलाना चाहते हैं. अब सभी लोग जानते हैं कि 70 साल में किसने दिया और 30 साल में क्या हुआ है. अब उन्हें भी बताना पड़ेगा कि भगवान कृष्ण क्या थे'. वहीं, उन्होंने एमएलसी चुनाव के हो रहे मतगणना के सवाल पर कहा कि सभी सीट बीजेपी के हाथ मे क्योंकि जनता ने बीजेपी पर विश्वास और भरोसा किया है.