फतेहपुर:समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से सांसद आजम खां कई मामलों को लेकर जेल में बंद हैं. उनके बेटे अब्दुला आजम भी जेल की सलाखों के पीछे हैं. शुक्रवार को उनकी रिहाई के लिए आजमवादी मंच ने फतेहपुर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने आजम खां और अब्दुला आजम को रिहा करने के लिए राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा.
आजमवादी मंच ने आजम खां को रिहा करने की उठाई मांग - जौहर ट्रस्ट
आजमवादी मंच प्रयागराज के जिलाध्यक्ष मोहम्मद फरहान की अगुवाई में कलेक्ट्रेट पहुंचे आजम खां के समर्थकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने प्रदेश सरकार पर आजम खां और उनके परिवार का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया.
दरअसल, सपा नेता जौहर ट्रस्ट की जमीन सहित कई अन्य मामलों के आरोप में सीतापुर जेल में बंद हैं. जौहर ट्रस्ट की 1400 बीघा जमीन अब यूपी सरकार के नाम दर्ज हो गई है. राजस्व अभिलेखों में जमीन से जौहर ट्रस्ट का नाम काट कर यूपी सरकार के नाम पर चढ़ा दिया गया है. लिहाजा आजमवादी मंच ने जिला प्रशासन से जौहर यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई न करने की मांग की है.
आजमवादी मंच प्रयागराज के जिलाध्यक्ष मोहम्मद फरहान की अगुवाई में कलेक्ट्रेट पहुंचे आजम खां समर्थकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने प्रदेश सरकार पर आजम खां और उनके परिवार का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. आजम खां के समर्थन में आजमवादी मंच के अध्यक्ष मोहम्मद फरहान का कहना था कि प्रदेश सरकार मौलाना जौहर अली विश्वविद्यालय की 1400 बीघा जमीन को अधिग्रहण की कार्रवाई कर रही है. जौहर अली यूनिवर्सिटी में शिक्षा प्राप्त कर रहे पांच हजार छात्रों और अध्यापकों का भविष्य अंधकार में पहुंच गया है. उनका कहना था कि आजम खां और जौहर अली यूनिवर्सिटी के समर्थन में उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा.