फतेहपुर: प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद किसान पराली जला रहे हैं. ऐसे में प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए किसानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. डीएम की सख्ती करने पर अधिकारी किसानों पर पराली जलाने को लेकर जुर्माना लगा रहे हैं. इस दौरान 40 किसानों पर पराली जलाने के चलते कुल एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
फतेहपुर: पराली जलाने वाले किसानों पर प्रशासन की सख्ती, एक लाख का लगाया जुर्माना
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में खेतों में पराली जलाने पर किसानों पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है. जिले में 40 किसानों पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. दरअसल देश में बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते प्रशासन ने पराली जलाने पर रोक लगा रखी है.
खेतों में जलती पराली.
पराली जलाने पर रोक लगाने को डीएम ने गठित की टीम
- देश की राजधानी में वायु प्रदूषण के हाहाकर के बाद अब उत्तर प्रदेश में प्रदूषण देश में सबसे उच्च स्तर पर है.
- प्रदेश के प्रमुख नगर कानपुर, लखनऊ सहित 6 जिलों देश में सबसे अधिक वायु प्रदूषित हैं.
- परिवहन, कारखानों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण है.
- किसानों के द्वारा धान की फसल के अवशेष जलाने से एकाएक वायु प्रदूषण बढ़ जा रहा है.
- डीएम संजीव कुमार ने सभी ब्लाक में पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए टीमें गठित की हैं.
- गठित की गई टीम खेतों पर भ्रमण करेगी, जिससे पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण पर रोका लगाई जा सके.
- इस टीम में कृषि अधिकारी, तहसीलदार, एसडीएम सहित राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं.
- गठित टीम ने भ्रमण के दौरान 40 किसानों को पराली जलाने के चलते जुर्माना लगाया है.
- पूरे जिले में की गई कार्रवाई के दौरान किसानों पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगा है.
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