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... तो इस वजह से हो रही सड़क दुर्घटनाएं

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में पिछले दिनों हुए सड़क हादसों पर गौर करें तो हादसे की वजह वाहनों का फिटनेस नहीं होना सामने आया है. जिले की सड़कों पर फर्राटा भर रहे अधिकांश वाहनों में इंडीकेटर, रिफ्लेक्टर आदि तो दूर की बात, कायदे से ब्रेक तक नहीं लगते हैं. चालक जुगाड़ से गियर फंसाकर उन्हें रोकते हैं. वहीं मामले में एआरटीओ ने ऐसे वाहनों पर कार्रवाई करने की बात कही है.

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Published : Nov 27, 2020, 4:22 PM IST

reason of road accident in faarrukhabad
सड़क दुर्घटना के कारण.

फर्रुखाबाद:सड़क दुर्घटनाओं में वाहनों की फिटनेस सही नहीं होने के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. किसी वाहन की ब्रेक फेल हो जाती है तो किसी की स्टेयरिंग जाम हो जाती है. गत माह फर्रुखाबाद डिपो की रोडवेज बस गांव हाथियापुर क्रासिंग के निकट अनियंत्रित होकर एक दुकान में जा घुसी थी. रोडवेज कर्मियों का दावा था कि बस की स्टेयरिंग फेल हो गई थी, जिससे चालक का बस पर नियंत्रण नहीं रहा.

वाहनों का फिटनेस बन रहा हादसों का कारण.

वाहनों की फिटनेस खराब
इन दिनों गन्ना से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली की लंबी कतारें बरेली हाईवे पर दिख रही हैं. रात में तो सैकड़ों ट्रैक्टर चलते हैं. ट्रॉली में तो रिफ्लेक्टर लगते ही नहीं हैं. अधिकतर ट्रैक्टर में भी बैक लाइटें खराब रहती हैं. टेंपो व अन्य वाहनों में भी बैक लाइट खराब रहती है. सड़कों पर ई-रिक्शा की खासी भीड़ रहती है. ई-रिक्शा में तो लाइट नहीं होती है. रात के अंधेरे में ई-रिक्शा से आए दिन लोग टकराकर घायल हो जाते हैं.

लोगों को किया जा रहा जागरूक.

400 वाहनों को जारी किया गया नोटिस
एआरटीओ शांति भूषण पांडे ने बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद सरकार द्वारा नई गाइडलाइन के अनुसार वाहनों की फिटनेस की वैधता 31 दिसंबर तक बढ़ाई गई है. एक फरवरी से पहले जिनकी फिटनेस समाप्त हो रही थी. नियमानुसार उनके ऊपर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि 400 वाहनों को नोटिस जारी किया गया है. उनके चालान व उन्हें बंद करने की कार्रवाई लगातार हमारे विभाग द्वारा की जा रही है.

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