फर्रुखाबाद:आपने 'धड़कन' फिल्म का ये गाना दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है... सुना होगा, लेकिन फर्रुखाबाद में दूल्हे को अपना सेहरा टोकरी में रखकर ले जाना पड़ा. ऐसी इसलिए किया गया कि कहीं सेहरा खराब न हो जाए. यहीं नहीं दूल्हे को पैंट हाथ में पकड़ कर रास्ते को पार करना पड़ा. वहीं, बारातियों को दो-दो फीट भरे पानी से होकर गुजरना पड़ा. इस तरह दूल्हे राजा दुल्हनिया के द्वार तक पहुंचे. यह वाक्या फर्रुखाबाद के गांव पंखिया नगला का है. कुदरत की मार के कारण यहां गांवों में पानी भर गया है. ऐसे में दूल्हे और बारातियों के सारे अरमान पानी में बह गए.
मऊदरवाजा थाने के ग्राम पंचायत कटरी धर्मपुर के मजरा पंखियन की मढ़ैया के यासीन खां ने बेटे मोहसिन का निकाह उन्नाव के शुक्लागंज में तय किया गया. काजी ने निकाह के लिए सोमवार की तारीख तय की. सुबह बारात घर से निकली को तो दूल्हे को सेहरा बांधकर गाड़ी से निकाला गया. बाराती भी उत्साह के साथ घर से निकले. पर दूल्हे को क्या पता था कि आगे चलकर किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ेगा.