फर्रुखाबाद:उत्तर प्रदेश के समस्त कारागार में निरुद्ध बंदियों को रोजगार उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिशा-निर्देशों के अनुपालन में जिला कारागार फतेहगढ़ में ओडीओपी योजना के अंतर्गत बंदियों की रुचि के अनुसार रोजगार देने के लिए प्रशिक्षण केंद्र संचालित है. कारागार में बंदियों द्वारा कास्ट एवं लौह कला के अंतर्गत नमूने के तौर पर बनाए गए गार्डन सोफा सेट स्थानीय प्रतिष्ठित फर्नीचर शोरूम के माध्यम से बिक्री कराने की सहमति दी.
जिला कारागार फतेहगढ़ में पूर्व से संचालित मोटर वाइंडिंग, कौशल विकास केंद्र, सिलाई केंद्र और काष्ठ कला प्रशिक्षण केंद्र संचालित है. यहां पर महिला बंदियों को भी रोजगार प्रशिक्षण देने के लिए महिला बैरक की सभी महिला बंदियों से साक्षात्कार किया गया. 8 महिला बंदियों निर्मला, अनुजा, सरिता, रूबी, यासमीन आदि का चयन सिलाई प्रशिक्षण के लिए किया गया. साथ ही सोनाली सिंह सहायक आयुक्त उद्योग एवं जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद द्वारा जेल में संयुक्त रूप से निरीक्षण भी किया गया. इस दौरान सोनाली सिंह ने महिला बंदियों को प्रोत्साहित किया. काष्ठ कला प्रशिक्षण के अंतर्गत बंदियों को कुल्लड़ और घड़ा बनाने का प्रशिक्षण देने की कार्य योजना को मूर्त रूप देने की सहमति बनी. प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक चाक जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से उपलब्ध कराने की बात कही गई.