फर्रुखाबादःमंदी का असर अब किसानों की फसलों पर भी देखने को मिल रहा है. जिले में हर साल किसान गोभी की फसल लगाते हैं. लेकिन यहां पिछले दो सालों से किसानों को गोभी की फसल से फायदा नहीं मिल रहा है. पिछले साल गोभी की फसल से किसानों को लागत तक नहीं मिल पाई थी. इस बार भी मंदी की वजह से किसानों की चिंता बढ़ गई है.
गोभी की फसल पर मंदी का असर आलू, मटर, तंबाकू से किसानों को आस
जिले के अधिकांश किसान सब्जियां उगाते हैं. इसमें गोभी की फसल प्रमुख है. हर साल कई एकड़ जमीन में गोभी की फसल उगाई जाती है. लेकिन पिछले दो साल से किसानों को गोभी से लाभ नहीं मिला पा रहा है. अब आलू, तंबाकू और मटर से किसान आस लगाए बैठे हुए हैं.
चार रुपये प्रति किलो बिक रही गोभी
अपेक्षा के अनुसार भाव न मिलने से किसानों ने गोभी की कटाई तेज कर दी है. गोभी को प्रदेश के कई जिलों के अलावा बिहार में भी भेजी जा रही है. किसानों का कहना है बाहर मंडियों में किराया और अन्य खर्च काटकर चार रुपये किलो का भाव मिल रहा है. जिससे लागत भी मुश्किल से निकलने की उम्मीद है. महिला किसान आशा देवी ने बताया गोभी की फसल से काफी नुकसान हो रहा है.
गोभी की फसल की नहीं निकली लागत पिछले साल भी गोभी की फसल में हुआ था नुकसान
फर्रुखाबाद जिले में किसान बड़ी संख्या में सब्जियां उगाते हैं. जिसमें गोभी प्रमुख सब्जियों में से एक है, लेकिन गोभी से किसान को पिछले दो साल नुकसान उठान पड़ रहा है. इस साल भी गोभी की फसल से किसानों को कोई लाभ नहीं हुआ. अब किसान आलू, मटर और तंबाकू की फसल से आस लगाकर बैठे हैं.