फर्रुखाबादः मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वंदना सिंह ने शुक्रवार को कमालगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान एक दंत चिकित्सक समेत 6 स्वास्थ्य कर्मी गैरहाजिर मिले. उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद अस्पताल परिसर में गंदगी देख सीएमओ ने नाराजगी जताई.
सूबे की सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए प्रयासरत है, इसके बावजूद अस्पतालों में मरीजों को अपेक्षित सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. निर्धारित समय पर चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों के न पहुंचने से मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता है.
कई बार शिकायतें मिलने के बाद शुक्रवार को सीएमओ डॉ. वंदना सिंह ने कमालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया, जहां दंत चिकित्सक डॉ. तनुज अरोड़ा, दंत सहायक हिमांशी चंद्रा, हेल्थ सुपरवाइजर सर्वेश कुमार, नेत्र सहायक प्रांजुल तिवारी, एएनएम मिथिलेश और डाटा एंट्री ऑपरेटर धर्मेंद्र कुमार अनुपस्थित मिले.
इससे नाराज सीएमओ ने प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सोमेश अग्निहोत्री को अनुपस्थित चिकित्सक एवं कर्मियों से स्पष्टीकरण लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों से स्पष्ट किया है कि नियमित समय से अस्पताल पहुंचकर मरीजों का इलाज करें. यदि लापरवाही बरती गई तो कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद अस्पताल में की जा रही कोरोना जांच के अभिलेखों का अवलोकन कर तकनीशियन राजीव कटियार और संजीव कुमार से कई महत्वपूर्ण जानकारियां ली.
अस्पताल परिसर में गंदगी देख जताई नाराजगी
सीएमओ ने मरीजों से जानकारी ली कि अस्पताल से दवाइयां मिल रही हैं कि नहीं. साथ ही वार्ड में लगे बिस्तरों को भी देखा. इसके बाद डॉक्टर रूम, पैथोलॉजी और अस्पताल की साफ-सफाई देखा. अस्पताल परिसर में गंदगी पर नाराजगी जताते हुए सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा. क्षेत्र में चल रहे 102 और 108 एंबुलेंस के बारे में जानकारी ली.