फर्रुखाबाद:नगर क्षेत्र में करीब 50 फीसदी विद्यालय एकल संचालित हैं. करीब दो माह पहले जिले में 160 शिक्षक नियुक्त किए गए थे. इन शिक्षकों को वही विद्यालय आवंटित किए गए, जिनमें पहले से ही दो-दो या तीन-तीन शिक्षकों की तैनाती थी. अब फिर जिले को 804 शिक्षक मिलने की उम्मीद है. अगर ठीक तरह से इन्हें विद्यालय आवंटित किए जाते हैं, तो जिले का कोई भी स्कूल एकल और शिक्षकहीन नहीं रहेगा.
एक शिक्षक के भरोसे पूरा स्कूल
जिले के ब्लॉक कायमगंज, नवाबगंज, बढ़पुर शमशाबाद, राजेपुर कमालगंज में कई विद्यालय एकल संचालित हैं. नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सातनपुर मंडी, भोपत पट्टी और प्राथमिक विद्यालय नई बस्ती समेत करीब 50 फीसदी से ज्यादा स्कूल एक शिक्षक के भरोसे ही चल रहे हैं.
शासन स्तर से आती है सूची
आवंटन में हुआ खेल तो फिर एकल और शिक्षकविहीन रहेंगे स्कूल - schools without teachers
यूपी के फर्रुखाबाद नगर क्षेत्र में करीब 50 फीसदी विद्यालय एकल संचालित हैं. करीब दो माह पहले जिले में 160 शिक्षक नियुक्त किए गए थे. इन शिक्षकों को वही विद्यालय आवंटित किए गए, जिनमें पहले से ही दो-दो या तीन-तीन शिक्षकों की तैनाती थी.
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ब्लॉक नवाबगंज, मोहम्मदाबाद, कायमगंज और शमशाबाद में करीब 36 से ज्यादा स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं. करीब डेढ़ महीने पहले जिले को 160 शिक्षक मिले थे, लेकिन साठ-गांठ के चलते कई ऐसे विद्यालयों में उन्हें नियुक्त कर दिया गया, जहां पहले से ही दो-दो या तीन-तीन शिक्षकों की तैनाती थी. अधिकारियों ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि विद्यालय आवंटन की सूची शासन स्तर से ही भेजी गई, जबकि विभागीय कर्मचारियों ने बताया था कि जिला स्तर पर साठ-गांठ कर विद्यालयों की सूची शासन को भेजी गई थी. बीएसए लालजी यादव ने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर नवनियुक्त शिक्षकों को तैनाती एकल और शिक्षकहीन स्कूलों में करवाई जाएगी.