फर्रुखाबाद :जनपद में एफसीआई के सात गोदाम हैं. सभी पर डिपो से जो अनाज के पैकेट पहुंचते हैं, उनका वजन कभी पूरा नहीं होता. 52 किलो के पैकेट में 41 से 50 किलो राशन निकलता है.
इस बात की पुष्टि निरीक्षण में भी कई बार हो चुकी है. इसके बावजूद कार्रवाई किसी पर नहीं हुई है. अकेले कमालगंज के गोदाम पर ही प्रति माह औसतन छह लाख की घटतौली होती है. इस तरह जनपद के सातों गोदामों पर करीब 42 लाख रुपये का गरीबों का राशन हजम हो जाता है. यह सब होने के बावजूद भी जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं.
गरीबों के निवाले पर डाका डाल रहे राशन गोदाम के अधिकारी और पल्लेदार, जिम्मेदार बने अनजान जिले में एफसीआई गोदाम से बोरियों की तौल कराकर राशन लोडिंग का प्रावधान है. आरोप है कि यहां एफसीआई गोदाम में उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से राशन की तौल नहीं कराई जाती. बोरियों से राशन कम करके उचित दर विक्रेताओं को दे दिया जाता है. इसका सीधा असर कार्ड धारक पर पड़ता है. उन्हें कम राशन मिलता है.
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राशन कोटेदारों ने गोदाम पर घटतौली से राशन देने का आरोप लगाया है. कोटेदारों ने बताया कि सरकार कोटेदार को 3 रुपये पैकेट राशन गोदाम से ट्रैक्टर ट्राली में लोड करने और राशन दुकान पर उतारने के लिए प्रति पैकेट देती है.
राशन गोदाम में ट्रैक्टर ट्रॉली में एक पैकेट लादने के कोटेदारों से प्रति पैकेट 5 रुपये वसूले जा रहे हैं. राशन गोदाम में पल्लेदारी के नाम पर राशन कोटेदारों से अवैध वसूली हो रही है. गोदाम से राशन लेने के बाद कोई कोटेदार अगर उसका वजन कराना चाहते है तो 300 रुपये देने पड़ते हैं.
वहीं, कमालगंज ब्लॉक की गोदम प्रभारी स्वाति वर्मा ने बताया कि कोटेदारों के आरोप निराधार हैं. ऐसी कोई बात नहीं है. सब कुछ सही चल रहा है.