फर्रुखाबाद: नाबालिग रेप पीड़िता के खुद को आग लगाने के मामले में गुरुवार को करीब 12 दिन बाद चौकी इंचार्ज ने FIR दर्ज की है. एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि आरोपियों की धमकी से तंग आकर पीड़िता ने ऐसा कदम उठाया था. मामले में अधिकारियों की फटकार के बाद चौकी इंचार्ज ने कार्रवाई की है.
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि वादी द्वारा फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत उन्हें एक प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ है. जिसके अनुसार, करीब 20 महीने पहले उनकी बेटी से दुष्कर्म का अभियोग पंजीकृत किया गया था. जिसमें नामित आरोपी अंकित और शुभम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. वादी के द्वारा आरोप लगाया गया है कि आरोपी जेल से छूट कर आ गए हैं और उनकी बेटी को परेशान करने लगे. इससे तंग आकर बेटी ने खुद पर डीजल डालकर 4 नवंबर को आग लगा ली थी. प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना फतेहगढ़ में मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं.
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आरोपी अंकित और शुभम के धमकाने पर नाबालिग रेप पीड़िता ने खुद पर डीजल डालकर 4 नवंबर को आग लगा ली. उसके बाद उसे गंभीर हालत में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों के अनुसार पीड़िता के इलाज में 11 दिनों के भीतर लाखो रुपये खर्च हो गए हैं और पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं, डॉक्टरों ने पीड़िता की हालत नाजुक होने के चलते उसे सैफई रेफर कर दिया. सैफई में सही उपचार न मिलने पर उसे शहर के मसेनी स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका इलाज जारी है.
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र निवासी ग्रामीण ने एसपी अशोक कुमार मीणा को इस संबंध में प्रार्थना पत्र दिया है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि एक साल पहले गांव के ही अंकित और शुभम दो युवकों ने दुष्कर्म किया था. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को जेल भेजा था. उसके बाद दोनों आरोपी कोर्ट से जमानत पर छूट गए. एक आरोपी पीड़िता से जबरन शादी करने का दबाव बना रहा है. दूसरी जगह शादी न करने की धमकी देता है. इससे परेशान होकर बेटी ने ऐसा कदम उठाया.
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