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नहीं रुक रही बिजली के सामानों की चोरी, FIR दर्ज करने से इनकार - police charge electricity department in farrukhabad

फर्रुखाबाद में ट्रांसफार्मर और बिजली के सामानों की चोरी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सामान चोरी को लेकर बिजली विभाग थाने के चक्कर काटने को मजबूर है. आरोप है कि शिकायत के बावजूद थानों में मुकदमा नहीं दर्ज किया जा रहा है.

no hearing of electricity department in police station
थानों में बिजली विभाग की सुनवाई नहीं

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Published : Nov 25, 2020, 4:08 PM IST

फर्रुखाबादःजिले में ट्रांसफार्मर चोरी के मामले थमने के नाम नहीं ले रहे हैं. शमशाबाद और हजियांपुर क्षेत्र में जनवरी से अब तक एक दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर चोरी हो चुके हैं. बिजली विभाग ने अलग-अलग थानों में मुकदमे भी दर्ज करवाए हैं. कई मामले में पुलिस को तहरीर भी दी गई है, जिसमें अभी तक मुकदमा भी दर्ज नहीं किया गया है. पुलिस चोरी के ट्रांसफार्मर बरामद करने में भी नाकाम साबित हुई है. शनिवार को एक गांव में चोरी के ट्रांसफार्मर और अन्य सामान से लाइन बनी पाई गई. इस मामले में भी पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया.

क्या है पूरा मामला
विद्युत वितरण उपखंड नवाबगंज में तैनात उपखंड अधिकारी रामकुमार वर्मा ने बताया शमशाबाद क्षेत्र के सिकंदरपुर महमूद गांव में नलकूप के कनेक्शन की लाइन बनाने को लेकर परीक्षण करवाया गया. इस दौरान बिना स्वीकृति के लगभग 90 मीटर 11 केवी की लाइन पाई गई.

शिकायत के बाद भी नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
उपखंड अधिकारी रामकुमार वर्मा ने बताया सिकंदर महमूद निवासी देवीदीन के घर के पास चोरी के सामान से तीन खंभे की लाइन और ट्रांसफार्मर भी लगा मिला था. मामले की सूचना भी पुलिस को दी गई थी. इसके बावजूद न तो पुलिस मौके पर गई, न ही तहरीर के बावजूद मुकदमा दर्ज किया.

'थाने की पुलिस नहीं करती कार्रवाई'
बिजली विभाग के अधिकारी ने शमशाबाद थाने के प्रभारी पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया. उपखंड अधिकारी रामकुमार वर्मा ने बताया जब मामले को लेकर शमशाबाद थाना प्रभारी से बात की गई, तो उन्होंने बिजली विभाग के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की हिदायत दी. रामकुमार वर्मा के मुताबिक, जब मामले को लेकर फतेहगढ़ बिजली विभाग थाने में बात की गई तो वहां बताया गया कि यह बिजली चोरी का प्रकरण नहीं है, बल्कि अवैध लाइन निर्माण का है. इसलिए यह मामला सिविल थाने में दर्ज होगा.

थाने में सरकारी विभाग की भी नहीं होती सुनवाई
बिजली के सामानों की चोरी को लेकर विभाग थानों के चक्कर काटने को मजबूर है. अब सोचने वाली बात यह है कि जब सरकारी विभाग की एफआईआर नहीं दर्ज होती, तो आमजन की वहां क्या सुनवाई होगी.

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