फर्रुखाबाद: जिले में कई दोपहिया सवार प्रशासन की 'नो हेलमेट- नो पेट्रोल नियम' की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. पेट्रोल पंप पर भी धड़ल्ले से बिना हेलमेट फ्यूल दिया जा रहा है. यहां ना तो ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की संख्या कम हुई और ना ही 'नो हेलमेट-नो पेट्रोल' का कोई फंडा काम आ रहा है.
प्रशासन के नियम साबित हो रहे बेअसर
- शहर की सड़कों पर लगातार बढ़ रहे हादसों से चिंतित प्रशासन ने 'हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं' नियम लागू किया था.
- शुरुआती दिनों तो इस नियम का कहीं-कहीं असर दिखाई दिया, लेकिन, कुछ दिन बाद ही यह नियम बेअसर साबित होने लगा.
- ईटीवी भारत टीम की पड़ताल में देखा गया कि निगरानी के अभाव में पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट के पेट्रोल दिया जा रहा है.
- कुछ लोग पेट्रोल पंपों पर एक दूसरे से हेलमेट मांग कर नियम की खानापूर्ति कर रहे हैं.
- ट्रैफिक पुलिस हर दिन हेलमेट न लगाने वालों का चालान कर रही है और यह संख्या रोजाना 2 से 3 सौ तक पहुंच रही है.
- ट्रैफिक पुलिस के यह दावे हवा-हवाई है, क्योंकि ना तो जागरूक करने के लिए कोई टीम बनाई गई है और ना ही प्रशासन की ओर से कोई अभियान चलाया जा रहा है.