उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जिला जेल का निरीक्षण कर हैंडब्लॉक प्रिंटिंग केंद्र का किया शुभारंभ

By

Published : Dec 12, 2022, 11:33 AM IST

कारागार एवं होमगार्ड राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति रविवार को जिला कारागार फतेहगढ़ का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने ODOP के माध्यम से बनाए जा रहे हैंडब्लॉक प्रिंटिंग केंद्र का शुभारंभ किया.

मंत्री धर्मवीर प्रजापति
मंत्री धर्मवीर प्रजापति

फर्रुखाबाद:कारागार एवं होमगार्ड राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति रविवार को जिला कारागार फतेहगढ़ का निरीक्षण करने पहुंचे. राज्य मंत्री ने जेल के अंदर बंदियों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं. राज्य मंत्री के उद्बोधन को सुनकर कई बंदियों को अपराध का पश्चाताप होने लगा. उन्होंने राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति के समक्ष भविष्य में पुनः अपराध न करने का संकल्प लिया.

राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने ODOP के माध्यम से बनाए जा रहे हैंडब्लॉक प्रिंटिंग केंद्र का शुभारंभ किया. उन्होंने नारी निकेतन में ODOP व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से निर्मित होने वाले तकिया कवर, दुपट्टा, झालर, पर्दा इत्यादि वस्तुओं के आउटलेट आदि का अवलोकन किया. साथ ही उन्होंने जेल में निर्मित उत्पादों का आम लोगों तक प्रचार-प्रसार व्यापक स्तर पर करने के लिए निर्देश दिए.

राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि कोई भी बंदी कारागार में आने पर अपने माता-पिता, भाई-बहन और अन्य नाते-रिश्तेदारों को असीम कष्ट देते हैं. यह इनके पूर्व जन्मों के कर्मों का फल होता है. उन्होंने कहा कि बंदियों को आचरण में सुधार लाना चाहिए और कारागार में रहते हुए कारागार के विभिन्न व्यवसायों हस्त कला व विभिन्न कौशल विकास प्रशिक्षण में दक्ष होकर और कारागार में संचालित विभिन्न सुधार कार्यक्रमों में सुरुचिपूर्ण ढंग से भाग लेकर सभ्य नागरिक बनना चाहिए.

यह भी पढ़ें:पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला की बेटी गिरफ्तार

राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बंदियों से कहा कि आपसे जो जाने अनजाने में अपराध हुआ है, उसका पश्चाताप कीजिए और घटित अपराध को भूलकर आत्म चिन्तन करते हुए अपनी समस्त बुराइयों को कारागार के अंदर छोड़कर जाइए. उन्होंने कारागार में सबसे अधिक जनसंख्या युवा वर्ग की होने पर व्यथित होते हुए उनको अपने आचरण में सुधार करने के लिए मार्गदर्शन किया. बंदियों से कहा कि जो अपने माता-पिता को दुख देता है, वह कभी संसार में सुखी नहीं रह सकता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details