फर्रुखाबाद:कोरोना वायरस के चलते देशभर में लाॅकडाउन चल रहा है, जिसने जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित कर रखा है. वहीं दूसरी ओर भारतीय रीति-रिवाजों को नया रूप भी दे दिया है. लाॅकडाउन के बीच बुधवार को एक ऐसी शादी हुई, जिसमें दूल्हा और दुल्हन ने मास्क पहनकर और सैनिटाइजर लगाकर बौद्ध धर्म से विवाह की रस्में अदा की. दूल्हा और दुल्हन ने कोरोना से डरने की बजाए उससे बचाव का संदेश दिया.
मास्क पहन करदूल्हा-दुल्हन ने पहनाई वरमाला
शहर कोतवाली अमेठी के गांव कोहना निवासी प्रगति की शादी थाना मउदरवाजा क्षेत्र के गांव चैरसिया मझोला निवासी कमल के साथ हुई. प्रशासनिक अधिकारियों से शादी की अनुमति लेने के बाद पांच लोगों के साथ दूल्हा बारात लेकर अमेठी कोहना पहुंचा, जहां बौद्धाचार्य रामबरन सिंह शाक्य ने विवाह की रस्म संपन्न कराई.
पहले 11 अप्रैल थी विवाह की तारीख
कमल और प्रगति का विवाह पहले 11 अप्रैल को होना था. शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी. बैंडबाजा, गेस्ट हाउस, हलवाई सभी की बुकिंग हो गई थी. इतना ही नहीं शादी के कार्ड भी बंट गए थे. तय मुहूर्त पर दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों से अनुमति नहीं मिली और लाॅकडाउन के चलते शादी टल गई. इसके बाद 13 मई का मुहूर्त निकला, जिस पर शादी की अनुमति भी जिला प्रशासन से मिल गई.
सोशल डिस्टेंसिंग का भी किया गया पालन
दूल्हा-दुल्हन ने मुंह पर मास्क पहनकर विवाह की रस्में पूरी की. सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए विवाह में दूल्हा -दुल्हन के परिवार के खास सदस्य ही शामिल हुए, जो मास्क पहनकर शादी में शामिल हुए. कमल और प्रगति का कहना है कि जिस तरह से कोरोना फैल रहा है उससे यह नहीं पता कि यह बीमारी कब खत्म होगी. ऐसे में नियमों का पालन करते हुए शादी की. इससे शादी का खर्च भी बच गया. हमारी अपील है कि इस बीमारी से डरे नहीं बल्कि सावधान रहें.
वीडियो काॅलिंग से रिश्तेदारों ने देखी शादी
लड़का-लड़की के परिवार से चाचा और चाची तो शादी में शामिल हो गए, लेकिन बुआ, मौसी समेत अन्य रिश्तेदार शादी में नहीं पहुंच पाए, जिससे वहां मौजूद लोगों ने वीडियो काॅलिंग के जरिए रिश्तेदारों को शादी की रस्मों को दिखाया गया.