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बढ़ते संसाधनों के आगे सिकुड़ती सड़कें निगल रही जिंदगी

फर्रुखाबाद के लिए सड़कों पर जाम की समस्या हादसों को दावत दे रहे हैं. आम लोगों को आए दिन सड़कों पर नियमों के विपरीत फर्राटा भर रहे वाहनों से परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस समस्या से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन के पास कोई पुख्ता उपाय नहीं है...आए दिन जिले के छिबरामऊ हाईवे, अटेना पुल, बरझाला सहित कई प्रमुख मार्गों पर हादसे होते रहते हैं, जो जिले में दिन-प्रतिदिन एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही है...

सड़क हादसों को दावत दे रहीं टूटी सड़कें.
सड़क हादसों को दावत दे रहीं टूटी सड़कें.

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Published : Nov 29, 2020, 2:25 PM IST

Updated : Nov 29, 2020, 4:12 PM IST

फर्रुखाबाद:सम्राट फरुखशियर के नाम पर रखे गए जनपद फर्रुखाबाद में जितनी मौतें आपदा में नहीं होती हैं, उतनी हर साल सड़क हादसों में हो जाती हैं. कारण बढ़ती आबादी और संसाधनों के सामने सड़कें संकरी साबित हो रही हैं. यही वजह है कि साल दर साल सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जाती है. इन हादसों में न जाने कितने घरों का चिराग बुझ जाता है, तो कई लोगों को जिंदगी भर का कष्ट दे जाता है.

सड़क हादसों में कई लोग गंवा चुके अपनी जान.

पिछले पांच सालों के ही आंकड़े ले लिए जाएं, तो 665 लोगों की जान सड़क हादसों में चली गई और 1130 लोगों के खून से सड़क लाल हो चुकी है. इसलिए सड़क पर चलें तो यातायात के नियमों का पूरी तरह से पालन करें. फर्रुखाबाद जिले में खराब सड़कें तो हादसों का बड़ा कारण है ही, कोहरा उसमें कोढ़ में खाज की तरह काम करता है. ठंड बढ़ते ही कोहरे छाने शूरू हो चुके हैं, ऐसे में वाहन चलाते समय बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है.

हादसे के बाद सड़क किनारे पड़ी ट्रक.
हर साल सरकार की ओर से यातायात विभाग ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए यातायात माह, यातायात पखवाड़ा आदि कार्यक्रम चलाता है. इसके बावजूद दुर्घटनाएं हो रही हैं. पिछले पांच वर्षों में फर्रुखाबाद में हुई दुर्घटनाओं पर नजर डालें तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आते हैं. सड़क पर वाहन इस कदर फर्राटा भरते हैं कि शायद ही कोई दिन जाता हो जब दुर्घटनाएं न होती हो.
सड़क किनारे पड़ा क्षतिग्रस्त वाहन.

पुलिस द्वारा जारी किया गया आंकड़ा

हालांकि पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो दर्शाए जा रहे आंकड़ों से घायलों की संख्या कहीं अधिक होगी. अधिकांश लोग घायल होने के बाद पुलिस कार्रवाई कराने के बजाय इलाज कराकर चुप बैठ जाते हैं. जगह-जगह लगे चेतावनी बोर्ड को भी वाहन चालक नजरअंदाज करते हैं. तीन-तीन सवारियां बैठाकर बाइक सवार फर्राटा भरते हैं. सेंट्रल जेल चौकी के सामने बरेली हाईवे के फुटपाथ पर खड़े दुर्घटनाग्रस्त वाहन भी गवाही दे रहे हैं.

आरटीओ कार्यालय.

वर्ष 2020 में हुई प्रमुख दुर्घटनाएं-

  • 2 जनवरी को थाना जहानगंज क्षेत्र में छिबरामऊ हाईवे पर जनपद मैनपुरी थाना किशनी के गांव गोकुलपुर निवासी पूजा, उसके देवर राहुल व देवरानी अंजू की दुर्घटना में मौत हुई.
  • 17 जनवरी को मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र में संकिसा मार्ग पर नगला तबलदार निवासी शिवम व उनके चाचा श्याम की दुर्घटना में मौत हो गई.
  • 26 जनवरी को कम्पिल क्षेत्र में अटेना पुल के निकट बाइकों की भिड़ंत में दुदेमई निवासी दयाशंकर उनके भाई रामनरेश, गांव कटिया निवासी मुफीद व जनपद कासगंज थाना सिकंदरपुर के गांव महमदपुर निवासी अफसाना की मौत हुई.
  • 30 अगस्त को कायमगंज कोतवाली क्षेत्र में बरझाला के निकट दुर्घटना में मोहल्ला बजरिया रामलाल निवासी ऋषभ वर्मा, मोहल्ला बगिया निवासी शुभांक व मोहल्ला जटवारा निवासी कनिका की मौत हो गई.
  • 26 अक्टूबर को थाना राजेपुर क्षेत्र में शहर के मोहल्ला पल्ला जटवारा निवासी सुमित पांडे व उनके फुफेरे भाई विजय मिश्रा की मौत हुई.
    जागरूकता के लिए लगाया गया बोर्ड.

  • पांच वर्षों में बड़े वाहन से हुए हादसे-
  • 85,894 दोपहिया वाहन से
  • 7,312 चौपहिया वाहन से
वर्ष दुर्घटनाएं मृतकों की संख्या घायलों की संख्या
2016 239 118 228
2017 267 119 251
2018 232 154 229
2019 296 145 216
2020 (20 नवंबर तक) 270 129 206




जिले में सड़क हादसों को लेकर राहगीर गोविंद शुक्ला ने बताया कि "रोड ठीक नहीं है, रोड की व्यवस्था ठीक नहीं है. फर्रुखाबाद जिले में सांसद हैं, विधायक हैं, कोई सुनने वाला नहीं. इस मामले को कोई संज्ञान में नहीं ले रहा है. तभी यहां पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं."

एक और राहगीर नरसिंह ने बताया कि "सड़कों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. अगर सांसद, विधायक इस तरफ ध्यान देते तो रोड सुधर जाते हैं."

जनपद को घटना मुक्त बनाया जा सके इसके लिए स्कूली बच्चों के माध्यम से चालान के माध्यम से अन्य संसाधनों से जागरूकता करने का प्रयास करते हैं. जिससे दुर्घटनाएं कम हो सके.

-शांति भूषण पांडे, एआरटीओ

जो मार्ग बरसात में क्षतिग्रस्त हुए थे सरकार द्वारा धन आवंटन किया जा चुका है. कोई भी मार्ग ऐसा नहीं रह जाएगा जिसका काम मरम्मत न हुआ हो और आगे के कार्य स्वीकृत हो रहे हैं. जल्द ही सभी रोड को सही किया जा रहा है.

-आदित्य कुमार, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग

Last Updated : Nov 29, 2020, 4:12 PM IST

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