फर्रुखाबाद: जिले में बिजली विभाग की कार्यप्रणाली से कर्मचारी भी परेशान है. यहां एक सेवानिवृत्त कर्मचारी को पिछले करीब 22 महीने से पेंशन नहीं मिली है. बुजुर्ग कर्मचारी अपनी पेंशन की बकाया राशि के लिए विभाग से लेकर जिले के बड़े अधिकारियो के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा. पिछले 22 महीने से पेंशन नही मिलने के कारण इस परिवार को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है. पीड़ित प्रेम राई की बेटियों की पढाई छूट गयी है. इनका कहना है कि 15 अगस्त को लखनऊ जाकर विधानसभा के सामने परिवार भूख हड़ताल करेगा .
अपनी परेशानियां बताती पीड़ित किरन राई फर्रुखाबाद में सरकार का बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा फेल होता दिख रहा है. यहां छह बेटियों की पिता की पेंशन ना मिलने के कारण पढ़ाई बंद हो गयी है. इनके पिता को रिटायर होने के बाद 22 महीने बाद भी पेंशन नहीं मिली है. पेंशन ना मिलने की शिकायत पीड़ित ने जिलाधिकारी से लेकर सभी बड़े अधिकारियों से की. लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई. पीड़ित परिवार को खाने के लाले पड़ गए हैं.
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फर्रुखाबाद में फतेहगढ़ के मोहल्ला संगत में रहने वाले प्रेम राई, फतेहगढ़ विद्युत विभाग में कार्यालय सहायक द्वितीय के पद पर कार्यरत थे. ये 31 अक्टूबर 2019 को सेवानिवृत्त हो गए थे. तब से लेकर आज तक न तो इनको पेंशन मिली है, ना ही बकाया धनराशि. प्रेम राई तुरुक सिरखारी, सिक्किम के रहने वाले हैं. ये जिस किराए के मकान में रहते हैं. आर्थिक तंगी के कारण ये मकान मालिक को किराया भी नहीं दे पा रहे हैं.
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प्रेम राई की 6 बेटियां हैं. सबसे बड़ी बेटी किरन राई 21 साल की है. उसके बाद प्रतिमा और प्रतीक्षा 17 साल की, मनु 12 साल ,अनुराधा 8 साल और सबसे छोटी बेटी डेजी की उम्र 4 साल है. अब तक प्रेम राई घर के भरण पोषण के लिए लोगों से कर्ज लेकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे. लेकिन अब लोगों ने अब इनको कर्ज देना भी बंद कर दिया है. रिश्तेदारों ने भी मुंह मोड़ लिया है. अब इस परिवार को सरकारी मदद की दरकार है.