फर्रुखाबाद: एमपी एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश कृष्ण कुमार ने 31 साल पुराने पुलिस मुठभेड़ के मुकदमे में साक्ष्य के अभाव में पूर्व सपा विधायक विजय सिंह को दोष मुक्त करार दिया है. पूर्व विधायक विजय सिंह के पुत्र अविनाश सिंह ने बताया कि 1991 का पुलिस मुठभेड़ का एक मुकदमा था. कोर्ट ने इस मामले में मेरे पिता पूर्व विधायक विजय सिंह को बरी कर दिया है. यह हमारे परिवार व मेरे लिए खुशी की बात है. सच्चाई की जीत हुई है.
अधिवक्ता जितेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि शहर कोतवाली के तत्कालीन दरोगा एके सिंह ने वर्ष 1991 में नाला मछरटा निवासी सपा के पूर्व विधायक विजय सिंह के खिलाफ पुलिस मुठभेड़ का मुकदमा दर्ज कराया था. इसमें कहा था कि 7 दिसंबर की रात में आरोपियों की तलाश में गश्त कर रहे थे. रात करीब 1:30 बजे नाला में मछरटा पहुंचे तो विजय सिंह घर के बाहर चबूतरे पर अपने साथी के साथ बैठे थे. पुलिस को देख कर पूर्व विधायक ने अपने साथी से कहा कि पुलिस बहुत परेशान करती है. इसके बाद विधायक ने पुलिस पर फायर कर दिया. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच कर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया. मुकदमे की सुनवाई के दौरान जीडी रवानगी कोर्ट में पेश नहीं की गई.