फर्रुखाबाद: लोकसभा चुनाव 2019 में पीएम मोदी की सुनामी के आगे कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद अपनी जमानत भी नहीं बचा सके. लगातार दूसरी बार हार का दर्द उनके चेहरे पर साफ नजर आया.
ऐसा रहा है सलमान खुर्शीद का राजनीतिक सफर...
- साल 1991 के चुनाव में शहर की जनता ने भरोसा करके सलमान खुर्शीद को जिताकर संसद पहुंचाया.
- इसके बाद 2009 के चुनाव में सलमान खुर्शीद ने बीजेपी के चंद्रभूषण को हराकर बड़ी जीत हासिल की.
- इसके बाद शहर की जनता पांच साल उनके पैर और घुंघरू दोनों ही ढूंढती रही, क्योंकि वह कुछ खास मौकों पर ही शहर में नजर आए.
- लोगों से किए वादे पर खरे न उतरने के कारण ही 2014 के चुनाव में उन्हें मुंह की खानी पड़ी और 95 हजार वोट पाकर चौथे स्थान पर रहे. वह अपनी जमानत भी नहीं बचा सके.
- इस बार तो वह अपने पिछले आंकड़े को भी नहीं छू पाए और मात्र 55 हजार 258 वोट पाकर उन्हें संतुष्ट होना पड़ा, जबकि बीजेपी सांसद व प्रत्याशी मुकेश राजपूत को 5 लाख 69 हजार 880 वोट मिले.