फर्रुखाबाद: कोरोना संकट के कारण जिले के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले लगभग 1.82 लाख छात्र-छात्राओं को मिड-डे मील के बदले दिए जाने वाले खाद्यान्न और कन्वर्जन कास्ट का वितरण नहीं हो पा रहा है. जबकि विद्यालयों के एमडीएम खाते में धनराशि पड़ी हुई है.
खाद्यान्न और कन्वर्जन कास्ट वितरण में फंसा कोरोना का पेंच
कोरोना संकट के कारण फर्रुखाबाद जिले के परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को को खाद्यान्न और कन्वर्जन कास्ट का वितरण नहीं हो पा रहा है. जबकि, जिले में खाद्यान्न और कन्वर्जन कास्ट वितरित करने के लिए 7 करोड़ का बजट मिल चुका है.
इस बारे में जब जिले के अधिकारियों से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सभी प्रधानाध्यापकों को पत्र भेजकर एक सप्ताह में कन्वर्जन कास्ट वितरित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. दरअसल, मार्च में तीसरे चरण के तहत बच्चों को मिड-डे मील के स्थान पर खाद्यान्न और कन्वर्जन कास्ट वितरित किया जाना था. जिसके लिए जिले को करीब 7 करोड़ से ज्यादा बजट मिला था. जिसे सभी विद्यालयों के एमडीएम खाते में भेज दिया गया.
एक माह में खाद्यान्न और कन्वर्जन कास्ट बांटे जाने के आदेश दिए गए थे. लेकिन, इसी दौरान कोरोना की दूसरी लहर के चलते स्कूल बंद कर दिए गए और खाद्यान्न और कन्वर्जन कास्ट का वितरण फंस गया. मिड-डे मील प्रभारी ने बताया कि कोरोना के चलते स्कूल बंद चल रहे हैं. इस की वजह से खाद्यान्न व कन्वर्जन कास्ट नहीं बांटे जा सके हैं.
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