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सौभाग्य योजना के मीटर बने अधिकारियों के गले की फांस

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Published : Nov 12, 2020, 10:38 AM IST

सरकार ने करीब तीन वर्ष पहले हर घर को रोशन करने के लिए सौभाग्य योजना का शुभारंभ किया था. इसके तहत कई गांवों में बिजली का काम शुरू कराया गया. कार्यदायी संस्था ने अधिकांश गांव में काम अधूरे छोड़ दिए हैं.

लाखों के बिलों ने छीना लोगों से रोशन घर का सपना
सौभाग्य योजना के मीटर बने अधिकारियों के गले की फांस.

फर्रुखाबाद : यूपी के फर्रुखाबाद जिले में सरकार की महत्वकांक्षी सौभाग्य योजना कार्यदायी संस्था की लापरवाही के चलते ग्रामीणों और अधिकारियों के गले की फांस बन गई है. कई गांवों में काम अधूरा पड़ा है और जहां काम पूरा हुआ है वहां बिना मीटर के आपूर्ति शुरू कर दी गई है. इस मामले में शिकायत मिलने पर बुधवार को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन ने अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले की जानकारी ली. बैठक में लापरवाह अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई गई.

लाखों का बिल भेजते थे कर्मी

सरकार ने करीब तीन वर्ष पहले हर घर को रोशन करने के लिए सौभाग्य योजना का शुभारंभ किया था. इसके तहत कई गांवों में बिजली का काम शुरू कराया गया. कार्यदायी संस्था ने अधिकांश गांव में काम अधूरे छोड़ दिए. जिसके कारण इन गांवों में आपूर्ति शुरू नहीं हो पाई. कुछ गांवों में उपभोक्ताओं की शिकायत पर संस्था ने काम करवाकर कनेक्शन तो दिया गया पर बिना मीटर लगाए आपूर्ति शुरू करा दी. विद्युत कर्मियों ने बिना रीडिंग के लाखों रुपए के बिल ग्रामीणों को भेज दिए. जिससे परेशान लोगों ने ऊर्जा मंत्री से इस लापरवाही की शिकायत की.

सौभाग्य योजना के मीटर बने अधिकारियों के गले की फांस.

संस्था के खिलाफ होगी कार्रवाई

मामले में यूपीपीसीएल के चेयरमैन अरविंद कुमार ने अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर मामले की जानकारी ली और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई. उन्होंने 15 दिन में काम पूरा करके मीटर रीडिंग के अनुसार उपभोक्ताओं को बिल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. काम न पूरा होने पर कार्यदायी संस्था के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी.

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