फर्रुखाबाद: वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण जैसे-जैसे बढ़ रहा है. इससे बचाव के लिए लोग इम्युनिटी बढ़ाने में जुट गए हैं. यही वजह है कि शहर में नीम, गिलोय, तुलसी और अश्वगंधा सहित अन्य औषधीय पौधों की डिमांड बढ़ गई है. लोग इन पौधों को अपने बगीचे में लगाने के साथ-साथ इनके इस्तेमाल के लिए एक्सपर्ट से भी सलाह ले रहे हैं.
15 दिन में मिले सैकड़ों पौधों के ऑर्डर
औषधीय पौधों की बढ़ी डिमांड पर नर्सरी के संचालक सुंदर लाल ने बताया कि उन्हें 15 दिन में सैकड़ों औषधीय पौधों का ऑर्डर मिला है. हालांकि इनमें सबसे अधिक डिमांड अश्वगंधा और गिलोय की है. साथ ही नीम, तुलसी व सहजन की मांग भी बढ़ती जा रही है. उन्होंने बताया कि पहले ज्यादातर लोग नीम और तुलसी के पौधे खरीदकर ले जाते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देसी नुस्खा को शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर बताया गया है. इसी के चलते आयुर्वेदिक पौधों की मांग बढ़ रही है.
60 से 70 प्रतिशत तक बढ़ी पौधों की डिमांड
नर्सरी के संचालक सुंदर लाल ने बताया कि पहले करीब 30 से 35 प्रतिशत तक इन औषधीय पौधों की बिक्री नर्सरी से हुआ करती थी, लेकिन अब 60 से 70 प्रतिशत तक पौधे की डिमांड अचानक बढ़ गई है.
औषधीय पौधों के प्रति जनमानस की बढ़ी रुचि
वैश्विक महामारी कोरोना में बदली परिस्थितियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के मद्देनजर औषधीय पौधों के प्रति जनमानस की रुचि बढ़ी है. फिर चाहे आम हो या खास, सभी इनका प्रयोग कर रहे हैं. पौधे लेने आए नरेंद्र ने बताया कि तुलसी, अश्वगंधा और गिलोय इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए बहुत लाभदायक है. बुजुर्गों से भी सुना है कि इसका काढ़े के रूप में सेवन किया जा सकता है.