फर्रुखाबादः जिले में एक शिक्षक ने शिक्षा विभाग के तीन अफसरों पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर जान देने की कोशिश की. उनका सीएचसी में उपचार चल रहा है. उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने लोहिया अस्पताल रेफर कर किया गया. यहां से शिक्षक को सैफई रेफर कर दिया गया. हालांकि शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी का कोई भी बयान अभी सामने नहीं आया है.शिक्षक के पास से मिले सुसाइड नोट से विभाग में खलबली मची हुई है. शिक्षक के पुत्र ने गंभीर आरोप लगाए हैं.
शिक्षक के पुत्र ने लगाया ये आरोप, शिक्षक के पुत्र आशीष त्रिपाठी ने बताया कि बुधवार को सुबह पिता अनिल त्रिपाठी खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय गए थे.वहां से लौटकर आए थे. कमरे में जब पिता के पास गया तो जमीन पर पड़े हुए थे. उन्होंने जान देने की कोशिश की थी. उसने बताया कि पिता पूर्व माध्यमिक विद्यालय झब्बूपुर में सहायक अध्यापक पद पर तैनात थे. जनवरी 2016 में उनकी सेवा समाप्त कर दी गई थी.
अनिल कुमार त्रिपाठी ने सेवा समाप्ति के आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में रिट दायर की थी जिस पर स्टे होने के कारण तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मार्च में बहाल कर दिया था. मार्च में वेतन भुगतान करने का आदेश जारी किया था. तभी से वह कार्यभार ग्रहण करने और पूर्व का वेतन पाने के लिए विभागीय अफसरों के पास चक्कर लगाते रहे.
बुधवार की शाम पिता ने घर में जान देने की कोशिश की. हालत बिगड़ने पर उन्हें कायमगंज सीएचसी में भर्ती कराया गया. जहां से डॉक्टरों ने हायर रेफर सेंटर रेफर कर दिया है. सुसाइड नोट में पिता ने जिक्र किया है कि उन्हें 96 माह से वेतन नहीं मिला है. उन्होंने शिक्षा विभाग के अफसर, क्लर्क और प्रधानाध्यापक पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जान के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. पुत्र आशीष त्रिपाठी का कहना है कि जल्द ही वह इस संबंध में थाने में तहरीर देंगे.
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