फर्रुखाबादःफर्रुखाबाद जिला अस्पताल में लाइन में लगे मरीजों को टॉर्च और मोबाइल की रोशनी में इलाज करना पड़ रहा था. यह खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से 25 दिसंबर को चलाई थी. इस खबर को जिले के सीएमओ ने प्रमुखता से देखा और लोहिया अस्पताल का सोमवार को निरीक्षण किया. इस मामले में जांच करने के आदेश दे दिए हैं. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
फर्रुखाबाद जिला अस्पताल के कमरे मरीजों से भरे हुए हैं, लेकिन बिजली जाने पर यहां अंधेरा छा जाता है. बिजली की व्यवस्था न होने पर अस्पताल के डॉक्टर मोबाइल व टॉर्च की रोशनी के सभी मरीजों को देख रहे थे. कुछ महीने पहले यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का जनपद में आगमन हुआ था, तब उन्होंने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था. उन्होंने सख्त निर्देश निर्देश दिए थे कि अस्पताल में किसी प्रकार की कोई कमी न आए और मरीजों को हर सुविधा मिले.
मरीजों के साथ डॉक्टरों को भी दिक्कतें आ रही थी. लाइन में लगे डॉक्टर के पास खड़े कुछ मरीज मोबाइल की की रोशनी से अपना इलाज करवा रहे थे. डॉक्टरों के साथ-साथ मरीजों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. लोहिया अस्पताल के मरीजों के साथ आए लोगों ने बताया था कि जिला अस्पताल में जनरेटर तो है, लेकिन इसके लिए डीजल खपत का इंतजाम सिर्फ कागज में हो रहा है. इमरजेंसी में भी अंधेरा छा जाता है, जबकि जिम्मेदार मौन धारण किए रहते हैं.