फर्रुखाबाद: जनपद में फर्जी दस्तावेज के सहारे प्राथमिक विद्यालय पिलखाना में नौकरी पाने वाली शिक्षिका के खिलाफ शनिवार को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है. बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अब तक 30 से अधिक शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है.
अनामिका शुक्ला नाम से ही प्रदेश के कई जिलों के कस्तूरबा विद्यालयों में शिक्षिका के कार्यरत होने का मामला उजागर होने के बाद से कई फर्जी शिक्षकों पर गाज गिर चुकी है. फर्रुखाबाद में 30 से अधिक शिक्षकों को बर्खास्त कर अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है. लेकिन इसके बावजूद भी लगातार नए फर्जी शिक्षक सामने आ रहे हैं. अब नवाबगंज खंड शिक्षाधिकारी ललित मोहन पाल ने एक और फर्जी शिक्षिका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है.
थाना मेरापुर में प्राथमिक विद्यालय पिरखाना की सहायक अध्यापिका नीतू सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. सहायक अध्यापिका नीतू सिंह के शैक्षिक अभिलेख जांच के दौरान फर्जी निकले. थाना मेरापुर में शिक्षिका के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है.
वेतन रिकवरी की चल रही तैयारी
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएड 2004-05 की फर्जी डिग्री की मदद से नौकरी करने वाले 25 शिक्षकों की धोखाधड़ी उजागर हो चुकी थी. जिसके बाद उन्हें बर्खास्त किया गया था. इन सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है. इसके साथ ही दूसरे अभिलेखों व फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों से नौकरी पाने वाले सात अन्य फर्जी शिक्षकों पर भी मुकदमा दर्ज हो चुका है. अब इन शिक्षकों से सैलरी रिकवरी की तैयारी चल रही है.
बीएसए लालजी यादव ने बताया कि फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है. अब उनसे वेतन रिकवरी की कार्रवाई भी जल्द शुरू की जाएगी.